पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी में आखिकार कुछ कमी आ ही गई. बुधवार को हुई भारी बारिश ने दिल्‍ली और मुंबई के लोगों को राहत की सांस दी. मुबई के बड़े तटीय भागों एवं पश्चिमी महाराष्‍ट्र में हुई बारिश ने यहां के लोगों को जमकर भिगोया.


आते-आते कर दी देरी   मौसम विभाग ने जानकारी दी थी कि दिल्ली में मानसून एक दो दिनों में पहुंच जाएगा. दिल्ली में  मानसून के पहुंचने में पहले ही तीन दिन की देरी हो चुकी है. पहले इसके  29 जून को पहुंचने की भविष्यवाणी की गई थी. मुबई में निर्धारित समय से तीन सप्ताह की देरी से पहुंचा मानसून झमाझम बारिश लेकर आया है. इससे शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया. इसके साथ ही शहर और शहर के बाहर सड़क एवं रेल यातायात पर भी काफी असर पड़ा है. यहां मानसून की शुरूआत की सामान्य तिथि 10 जून है. सड़क और रेल यातायात प्रभावित
मुंबई में हुई तेज बारिश की वजह से पश्चिमी उपनगर के एस.वी रोड और पूर्वी उपनगर के एल.बी.एस मार्ग पर कुछ स्टेशनों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा. पश्चिमी रेलवे, मध्य रेलवे और हार्बर लाइन पर उपनगरीय ट्रेनें विलंब से चलीं. राज्य के तटीय और पश्चिमी भागों में ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, नासिक, अहमदनगर और सतारा जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई. मुबईवासियों के लोनावाला, माथेरान, पंचगनी और महाबलेश्वर सरीखे पसंदीदा हिल स्टेशन भी भारी बारिश से तर हो गये. मुंबई में बुधवार दोपहर तक 105 मिमी वर्षा दर्ज की गई.

Posted By: Satyendra Kumar Singh