भारत सरकार द्वारा योगगुरू बाबा रामदेव और बीजेपी नेता लालकृष्‍ण आडवाणी को पद्म सम्‍मान दिए जाने की खबरों से विवाद खड़ा हो गया है. जदयू ने सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए कहा कि आडवाणी जी के साथ रामदेव को वार्ड देना गलत है.


पद्म सम्मान पर विवादसरकार की ओर से श्री श्री रवि शंकर, लालकृष्ण आडवाणी और योगगुरू बाबा रामदेव को अवार्ड दिए जाने की खबरें फैलने के बाद से इस मुद्दे पर विवाद होना शुरू हो गया है. गौरतलब है कि हर साल 25 जनवरी को पद्म सम्मानों की घोषणा की जाती है. इसलिए पद्म सम्मानों की आधिकारिक घोषणा से ठीक पहले कयासों का दौर शुरू हो गया है. इस विवाद में कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा 'बीजेपी के काम करने का अपना तरीका है. वे हर चीज का राजनीतिकरण करते हैं अब उन्होंने नागरिक सम्मान का भी राजनीतिकरण कर दिया है. आडवाणी के पक्ष में जदयू
जनता दल यूनाईटेड के प्रमुख नेता केसी त्यागी ने कहा कि अगर आडवाणी जी के साथ बाबा रामदेव को भी पद्म विभूषण दिया जाता है तो ऐसे में यह एक तरह से आडवाणी जी का खुला अपमान होगी. हालांकि गृहमंत्रालय ने इन नामों पर अपनी सहमति नहीं जताई है. लेकिन बीजेपी दिल्ली सीएम उम्मीदवार किरण बेदी ने आडवाणी और बाबा रामदेव को बधाई दे दी है. किसे मिल सकता है पद्मविभूषण


केंद्र सरकार से जुड़े सूत्रों के अनुसार लालकृष्ण आडवाणी, अमिताभ बच्चन, दिलीप कुमार, श्री श्री रविशंकर और बाबा रामदेव को पद्मविभूषण मिल सकता है. इसके साथ ही एन गोपालस्वामी, के एस वाजपेयी, पीवी राजारमण, अशोक गुलाटी, और हरीश साल्वे को पद्म भूषण मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा पीवी सिंधू, सरदार सिंह, अरुणिमा सिन्हा को पद्म श्री अवार्ड से नवाजा जा सकता है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra