करप्शन में फंसा टॉवर का टेंडर

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यह भी जानें

-2019 अक्टूबर में जारी किया था टेंडर

-2 कंपनी को मिला था टेंडर

-24 जगह टॉवर लगाने का प्रस्ताव हुआ था पास

-2:30 घंटे लगभग चली कैंट बोर्ड की मीटिंग

-26 प्रस्तावों पर की गई चर्चा

-ई-टेंडर भरने वाली नोयडा की दो कंपनियों ने की थी हेराफेरी

- लखनऊ मुख्यालय ने कैंसिल किया टेंडर, दोनों कंपनियों पर होगा एक्शन

बरेली : कैंट में सालों से मोबाइल नेटवर्क की प्रॉब्लम से जूझ रहे लोगों को अभी राहत मिलती नहीं दिख रही है। सालों बाद टॉवर लगाने की मिली परमीशन अब करप्शन के फेर फंस गई जिससे मामला फिर अटक गया। अब नए सिरे से टॉवर लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिसमें न जाने कितने साल और लग जाएं। वहीं अधिकारियों ने बताया कि दोनों कंपनियों का टेंडर कैंसिल कर दिया है। साथ ही उन पर एक्शन भी लिया जाएगा। टेंडर किसे दिया जाएगा, इसका फैसला अगली मीटिंग में तय किया जाएगा।

3 मंथ पहले हुआ था टेंडर

कैंट बोर्ड ने नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत दिलाने के लिए अक्टूबर 2019 में मीटिंग की थी, जिसमें कैंट में 24 जगहों पर टॉवर लगाने का प्रस्ताव पास हुआ था। इसके लिए अक्टूबर में ही चार कंपनियों ने टेंडर डाले थे।

कंपनियों ने किया खेल

मोबाइल टॉवर लगाने के लिए नोएडा की एटीसी और इंडस कंपनी का टेंडर पास हुआ था। कंपनी ने ई-टेंडर के जरिए बोर्ड को कोटेशन दिया था। साथ ही बोर्ड को दो-दो लाख रुपए एडवांस भी दे दिए था, लेकिन बोर्ड ने जब दोनों कंपनियों की कोटेशन रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय भेजी तो जांच में उसमें बड़ी गड़बड़ी पाई गई। दोनों कंपनियों ने कोटेशन में काफी हेरा-फेरी की थी। कंपनियों के टेंडर गाइडलाइन के मुताबिक नहीं थे। इसलिए मुख्यालय ने कंपनियों के टेंडर कैंसिल कर दिए।

बाद में उठी सबसे बड़ी प्रॉब्लम

फ्राइडे को ब्रिगेडियर इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में बरेली कैंटोमेंट बोर्ड की बैठक हुई। जिसमें 26 प्रस्तावों पर चर्चा की गई। लेकिन 2:30 घंटे की मीटिंग में सबसे बड़ी प्रॉब्लम का मुद्दा आखिर में उठा। जिसका नतीजा यह हुआ कि टॉवर लगाने का मुद्दा आगे के लिए टाल दिया गया है।

ऐसे उठा था मुद्दा

20 हजार की आबादी वाले कैंट में लम्बे समय से मोबाइल सिग्नल न मिलने की समस्या बनी है। जिसमें नगर पंचायत समेत कई इलाके शामिल हैं। समस्या से निजात पाने के लिए लोगों ने कई बार पर पार्षदों से शिकायत की। इसके बाद पार्षदों ने लोगों की समस्या को कैंटोमेंट बोर्ड तक पहुंचाया।

शिफ्ट होगी हाट बाजार

दो साल से ध्यानचंद्र स्टेडियम के पास चल रही हाट बाजार को सदर बाजार के पास शिफ्ट करने प्रस्ताव पास किया गया। जिसमें बोर्ड के मेंबर्स ने सहमति जताई। मंडे तक हाट बाजार ध्यानचंद्र स्टेडियम से शिफ्ट होकर बीआई बाजार, सदर में शिफ्ट होगा।

दुकानों का मुद्दा भी नहीं उठा

स्मार्ट सिटी लिमिटेड, कर्मचारियों की छुट्टी, धर्मशाला, युणवीणा और शहनाई बारात घर के एजेंड पर चर्चा की गई। जबकि दुकानों की नीलामी का मुद्दा बोर्ड की अगली बैठक में उठाया जाएगा। बैठक में बोर्ड सीईओ अनुपम तलवार, उपाध्यक्ष शिक्षा नायर, मीता सती, एडवोकेट राजकुमार, पार्षद अब्दुल हमीद, वेदप्रकाश तनेजा आदि उपस्थित रहे।

जंक्शन का ले रहे सहारा

कैंट में रहने वाले लोग नेटवर्क से इस कदर परेशान हैं कि मोबाइल पर बात करने के लिए उन्हें जंक्शन तक जाना पड़ रहा हैं। वहीं जंक्शन पर फ्री वाईफाई की सुविधा भी है जिसकी वजह से लोग घंटों वहां बैठकर मोबाइल में नेट चलाते हैं।

Posted By: Inextlive