सिर्फ नाम की नाले की सफाई
- गहराई से सफाई नहीं करते हैं निगम स्टाफ
- तीन दिन सफाई होने के बाद भी नगला में रोड पर बहता है पानी PATNA CITY: इस साल भी बारिश में पटना नगर निगम के दावों की पोल खुलनी तय है। मेन रोड को छोड़ दें तो पटना सिटी के इंटेरियर वाले मुहल्लों में निगम के सफाई वाले दावे साफ फेल होते दिख रहे हैं। वार्ड म्9 के तहत नखास पर और मंसुरगंज का एरिया है। दोनों एरिया की हालत खास्ता है। मंसूरगंज में कई जगहों पर नाला जाम है। जिसका खामियाजा पब्लिक को बरसात में भूगतना पड़ेगा। नखास मुहल्ले में नाले की सफाई गहराई से नहीं होती। दोनों ही एरिया की पब्लिक को अभी से बरसात में डूबने का डर सता रहा है। खाना पूर्ति होती है तीन दिननखास स्थित देवी स्थान मंदिर के पास हर समय नाले का पानी रोड पर बहता है। लोगों की मानें तो सप्ताह में तीन दिन नाले की सफाई करने निगम स्टाफ वार्ड पार्षद की मौजूदगी में आते हैं। सफाई करते भी हैं, लेकिन ऊपर ही ऊपर महज खाना पूर्ति कर चले जाते हैं। गहराई से साफ कराने के लिए वार्ड पार्षद को कई बार बोला गया, पर उन्होंने एक नहीं सुनी।
निगम स्टाफ नालों की सफाई सही से नहीं करते हैं। कार्य शैली संतुष्टी के लायक नहीं होती। सफाई कर्मी आते हैं, पर ऊपर ही ऊपर नाले की सफाई कर चले जाते हैं। नाले की पूरी गंदगी नीचे बैठी रहती है। बारिश होते ही पूरे मुहल्ले में जल-जमाव हो जाता है।
-अशोक कुमार ऐसा मान के चल रहे हैं कि इस साल की बारिश में भी जल जमाव का सामना करना पड़ेगा। नाले की सफाई करने के लिए सफाई स्टाफ आते हैं, लेकिन जिस गहाराई से सफाई होनी चाहिए वो नहीं होती। हर समय नाले का पानी ओवर फ्लो होकर रोड पर बहता रहता है। -अमरदीप