-रथयात्रा पर सोने-चांदी की जगह सब्जियां बेचकर कारोबारियों ने जताया विरोध, पांच किलो आलू बेचने पर मांगे पैनकार्ड

-मांगों के समर्थन में सराफा कारोबारियों की स्ट्राइक नौवें दिन भी रही जारी

VARANASI

ज्वेलरी शोरूम में सोना-चांदी बेचने वाले सराफा कारोबारियों ने गुरुवार को रथयात्रा चौराहे पर स्टाल लगाकर सब्जियां बेची। सराफा व्यापारियों ने बाजार से सस्ते दर पर आलू-प्याज, साग, गाजर-मूली, टमाटर बेचा। पांच किलो आलू की मांग पर पैन मांगा जा रहा था। व्यापारियों ने फाइनेंस मिनिस्टर से उत्पाद शुल्क वापस लो, काला कानून वापस लो, मांग पूरी होने तक जारी रहेगा यह संघर्ष आदि नारे भी लगाए। सब्जियां बेचकर कारोबारियों ने नौवें दिन अपना विरोध दर्ज कराया। ज्वेलरी पर एक परसेंट एक्स्ट्रा उत्पाद शुल्क के बजटीय प्रस्ताव के विरोध में ज्वेलर्स संगठनों ने अपने आंदोलन को गति देते हुए जुलूस निकाला व चौक थाना के सामने बेमियादी धरने पर भी बैठ गए। सराफा व्यापारियों ने विरोध में कहा कि बजटीय प्रस्ताव वापस नहीं लिए जाने तक यह स्ट्राइक जारी रहेगी।

पीएम, एफएम से नहीं बनी बात

कारोबारी पहले सात मार्च तक स्ट्राइक पर थे लेकिन उनकी मांग पर सरकार की ओर से कोई सकारात्मक संदेश नहीं मिलने के बाद इसे अनिश्चितकालीन तक बढ़ाने का निर्णय ले लिया गया। सराफा कारोबारियों का प्रतिनिधिमंडल इस बाबत पीएम व फाइनेंस मिनिस्टर से मुलाकात कर अपनी प्रॉब्लम उनके सामने भी रखी थी लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। इससे पहले साल ख्0क्ख् में भी इस तरह का निर्णय लिया गया था। बनारस के सराफा कारोबारियों ने तब क्9 दिनों तक स्ट्राइक पर थे। इसके बाद छूट को पुन: लागू कर दिया गया था।

स्ट्राइक से नौ सौ करोड़ प्रभावित

कारोबारियों की पिछले नौ दिनों से चल रही हड़ताल से आमजन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खास कर बाहर के व्यापारियों को और भी ज्यादा परेशानियां हो रही हैं। बंदी से सराफा बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। अब तक करीब नौ सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित हो चुका है। अपने आंदोलन को धार देने के लिए छोटे-छोटे गांव के कारोबारियों को भी जोड़ने की कोशिश हुई है।

बंदी से बाजार में पसरा सन्नाटा

बंदी के नौवें दिन पूर्वाचल के प्रमुख सराफा बाजार चौक, गोविंदपुरा, रेशम कटरा, ठठेरी बाजार, सुडि़या, बुलानाला आदि एरिया की सभी छोटी-बड़ी दुकानें बंद रहीं। अर्दलीबाजार, अस्सी, लंका, महमूरगंज, चेतगंज, रथयात्रा, सुंदरपुर आदि एरिया की दुकानों पर ताले लगे रहे।

व्यापारियों ने दिखाई एकता

श्री काशी सराफा मंडल, उ.प्र। स्वर्णकार संघ, काशी सराफा रिटेल संघ, श्रीकाशी टंच कामगार एसोसिएशन, काशी रजत कारीगर समिति, गोविंदपुरा रेशम कटरा व्यापार मंडल सहित अन्य संगठनों से जुड़े सराफा कारोबारी दिन में क्क् बजे सुडि़या स्थित न्यास भवन पर एकत्र हुए। इसके बाद लगभग चार सौ की संख्या में व्यापारियों का जत्था संघर्ष समिति के संयोजक मोतीचंद्र अग्रवाल व श्रीकाशी सराफा मंडल के अध्यक्ष गुरुप्रसाद सेठ के नेतृत्व में नारा बुलंद करते हुए जुलूस निकाला। चौखंभा, गोलघर, बुलानाला, कर्णघंटा, रेशम कटरा, गोविंदपुरा, ठठेरी बाजार के बाद रथयात्रा चौराहा पहुंचा। यहां सब्जी बेचकर विरोध दर्ज कराया।

इनकी रही भागीदारी

मुरलीधर सेठ, विनोद सेठ, सत्यनारायण, रवि प्रकाश, भक्ति दा, प्रेमशंकर दुबे, दिलीप सिंह, सोनी सेठ, संजीव अग्रवाल, बच्चा लाल, विजय तिवारी, लाल बाबू, कमल सेठ, किशोरी, किशोर सेठ, संतोष अग्रवाल, प्रकाश चंद्र सेठ, ईश्वरचंद वर्मा, सुनील वर्मा, शशि वर्मा, गुरुमीत सिंह आदि रहे।

Posted By: Inextlive