नयी दिल्ली में नहीं चला 'पुरानी' शीला का जादू, केजरीवाल ने 22 हजार वोटों से हराया
नहीं समझ पाए लोगों का मूडपिछले पंद्रह वर्षो से दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित ने राज्य में कांग्रेस की करारी हार को देखते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इस्तीफा उपराज्यपाल नजीब जंग को सौंपा. शीला दीक्षित ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत में पिछले 15 सालों से मिल रहे जनता के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हम शायद लोगों का मूड समझने में चूक गए. हम इस बात की समीक्षा करेंगे कि आखिर चूक कहां हुई.बुरी तरह पछाड़ा
ताजा जानकारी के अनुसार, राज्य की 70 विधानसभा सीटों से मिल रहे हैं रुझान से स्पष्ट हो रहा है कि कांग्रेस के लिए दहाई अंक का आंकड़ा पार करना भी मुश्किल हो रहा है. शीला दीक्षित स्वयं नई दिल्ली विधानसभा सीट पर आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल से 22 हजार वोटों से हार गई. आप लगभग दो दर्जन से ज्यादा सीटें लेकर दूसरे नंबर है.भाजपा की बल्ले- बल्ले
अंतिम समाचार मिलने तक भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है लेकिन वह बहुमत से थोड़ी दूर है. गौरतलब है कि 2008 में कांग्रेस ने 43 सीटें लेकर लगातार तीसरा बार राज्य में सरकार बनाई थी. उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य में भाजपा की जीत पर खुशी जताते हुए अपने तमाम प्रदेश व केंद्रीय नेताओं का धन्यवाद किया. साथ ही इस जीत का श्रेय जमीनी स्तर पर काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया.Hindi news from National news desk, inextlive