आज दिल्‍ली में चुनाव का ऐलान होने की उम्‍मीद है. ऐसे में कल दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का कांग्रेस का आप को समर्थन देने जैसे बयान पर विपक्षी पार्टियों ने निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही अपनी हार मान ली. वहीं बीजेपी कहना है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं. हालांकि कांग्रेस पार्टी ने शीला के बयान को खारिज कर दिया है.


लड़ाई अब केवल बीजेपी और 'आप' के बीच


आज उम्मीद की जा रही है कि चुनाव आयोग की बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव का ऐलान हो जाएगा. इस दौरान दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने कल कहा था कि विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत नहीं मिलने पर आम आदमी पार्टी को समर्थन देगी कांग्रेस. शीला ने कहा कि अगर इस बार भी चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला और पहले जैसी स्थिति बनी तो कांग्रेस आम आदमी पार्टी को समर्थन देने को तैयार है. उनका कहना है कि हम भारतीय जनता पार्टी को कतई सपोर्ट नहीं कर सकते क्योंकि वह सांप्रदायिक पार्टी है. वहीं शीला दीक्षित को आप को समर्थन देने की बात को आप सयोंजक अरविंद केजरीवाल ने इसे कांग्रेस की हार बताया. साथ ही ऐलान किया हम कांग्रेस का ऑफर नहीं स्वीरकार कर सकते. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस को वोट देना कुएं में वोट डालने जैसा है. शीला के बयान से लग रहा है कि कांग्रेस ने पहले ही हार मान ली है, इसलिए मतदाता उसे देकर अपना वोट बर्बाद नहीं करें. केजरीवाल ने कहा कि लड़ाई अब केवल बीजेपी और 'आप' के बीच रह गयी है. कांग्रेस और आप एक ही थैली के चट्टे-बट्टे

शीला के ऑफर को आप पार्टी के ठुकराये जाने के बाद बीजेपी ने निशाना कांग्रेस और आप दोनों पर निशाना साधा. बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि शीला दीक्षित के बयान के बाद साफ हो जाता है कि 'आप' कांग्रेस की बी टीम के तौर पर काम करती रही है. उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली वासियों को के सामने बीजेपी एक क्िलयर ऑप्शन है. ऐसे में विधानसभा चुनावों में बीजेपी को चुनना चाहिए और अन्य दोनों दलों को खारिज कर देना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और आप एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं. वह दोनों सिर्फ जनता को गुमराह कर रहे हैं. हालांकि शीला के बयान पर होते तीखे हमलों को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने उनके बयान को खारिज कर दिया है. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि जो भी इस तरह के बयान हैं उनका पार्टी के विचारों से कोई मेल नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'आप' को समर्थन देने जैसी पार्टी की कोई मंशा नहीं है. आप एक विश्वासघाती पार्टी है. उसने जनता के साथ छल किया है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh