-रोक के बाद भी गंगा घाट पर युवक स्टंट का वीडियो कर रहे शूट

-हर वक्त रहता है हादसे का डर

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वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करना युवाओं को काफी पसंद आ रहा है। टिक-टॉक जैसा एप उनके लिए सहायक साबित हो रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियो सबसे ज्यादा लाइक किया जाए, इसके लिए अच्छी लोकेशन का होना बहुत जरूरी है। शहर में बेहतर लोकेशन वाला गंगा घाट अब टिक-टॉक प्वाइंट बन गया हैं। फेमस होने की हसरत पाले युवक-युवतियों के लिए गंगा का किनारा पसंदीदा डेस्टिनेशन साबित हो रहा है। खतरनाक तरीके से गंगा में छलांग लगाते लड़के वीडियो बनाने के लिए खतरनाक स्टंट करते हैं। इसी तरह का स्टंट करने में पिछले महीने पांच लड़कों ने अपनी जान गवां दी। इसके बाद गंगा किनारे टिकटॉक वीडियो बनाने पर रोक लगा दिया गया। बावजूद इसके यह बदस्तूर जारी है।

ऊंचाई से लगाते हैं छलांग

टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए हर रोज युवक गंगा किनारे पहुंचते हैं। अलग-अलग तरीके से अपना वीडियो शूट करते हैं। कोई ऊंचाई से गंगा में छलांग लगाता है तो कोई घाट पर लगे रेलिंग पर चलता है। कई बीच गंगा में नाव से छलांग लगाते हुए वीडियो शूट करते हैं। यही नहीं एक दूसरे का हाथ पकड़कर गंगा में छलांग लगाने का भी वीडियो बनाते हुए युवकों की टोली को आसानी से यहां देखा जा सकता है। इनके स्टंट को देखकर कई की सांस अटक जाती है, लेकिन ये अपने करतब से बाज नहीं आते।

सुंदरता को भी लगा रहे पलीता

कोरोना महामारी को देखते हुए गंगा किनारे जाने और स्नान करने पर प्रशासन ने रोक लगाया हुआ है। घाट पर जाने के लिए पाबंदी है। इसके बाद भी टिकटॉक के लिए वीडियो बनाने वाले घाटों पर बेरोकटोक पहुंच रहे हैं। गंगा में स्टंट करने से लेकर कूदने और छलांग लगाने के अलावा उस पार भ्रेत पर तरह तरह के वीडियो शूट किए जा रहे हैं। यही नहीं घाटों की सुंदरता और बनारस की संस्कृति से लोगों को रूबरू कराने के लिए दीवारों पर बनी कलाकृति के साथ भी वीडियो शूट किए जा रहे हैं। वीडियो शूट करते समय युवक कलाकृतियों से छेड़छाड़ भी कर रहे हैं। लेकिन इसपर किसी की नजर नहीं है।

वीडियो बनाने में गयी थी जान

गंगा किनारे टिकटॉक वीडियो बनाना पांच युवकों को भारी पड़ गया था। 29 मई को रामनगर के सिपहिया घाट पर वीडियो बनाने गए पांच युवक अचानक गंगा में गिर गए। देखते ही देखते पांचों गंगा के गहरे पानी में समा गए। काफी मशक्कत के बाद भी उन्हें नहीं निकाला जा सका। उनकी डूबने से मौत हो गयी। इस तरह की घटना अक्सर होती है जिसमें वीडियो बनाने वाले घायल होते हैं या डूबते-डूबते बचते हैं। सिपहिया घाट पर हुई घटना के बाद जिला प्रशासन ने गंगा किनारे टिकटॉक वीडियो बनाने पर रोक लगा दिया था।

सभी पर हैं ऊंची इमारतें

बनारस में घाटों की लंबी श्रृंखला है। यहां छह किमी में घाट फैले हुए हैं। अस्सी लेकर राजघाट तक कुल 84 घाट हैं। सभी का जिक्र पुराणों में है। जहां पर सैकड़ों साल पुरानी ऊंची-ऊंची बिल्डिंग हैं। इनसे गंगा का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है। इस छठा को निहारने के लिए पूरी दुनिया से लोग बनारस खींचे आते हैं। इनमें से ब्रहृमाघाट, मीर घाट, सिंधिया, दशाश्वमेध सहित अन्य घाटों पर टिकटॉक वाले वीडियो बनाने दिनभर मंडराते रहते हैं।

वर्जन----

गंगा किनारे टिकटॉक वीडियो बनाने पर रोक लगायी गयी है। किसी को भी गंगा में ऊंचाई से छलांग लगाने और स्टंट करने की अनुमति नहीं है। अगर इस तरह की कोई शिकायत मिली तो कड़ी कार्रवाई होगी।

प्रभाकर चौधरी, एसएसपी

वाराणसी

Posted By: Inextlive