टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सुझावों को अगर माना गया तो आने वाले समय में पॉलिटिशियन और कॉरपोरेट घरानों को इंडियन मीडिया उद्योग में एंट्री नही कर पाएंगें.


क्या हैं ट्राई के सुझावटेलीकॉम अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रिंट मीडिया और न्यूजपेपर के लिए इंडीपेंडेंट रेगुलेटरी बॉडी बनाने की मांग की है. इस रेगुलेटरी बॉडी में देश की नामी हस्तियों को शामिल करने का सुझाव दिया गया है. हालांकि इस बॉडी के मेंबर्स मीडियाकर्मी या इस व्यवसाय से जुड़ी हस्तियां शामिल नहीं होंगी. ट्राई द्वारा सजेस्ट की गई रेगुलेटरी बॉडी किसी भी मीडिया हाउस द्वारा सर्कुलेट की गई खबरों की जांच करने और गलत पाए जाने पर जुर्माना लगा पाएगी. कॉरपोरेट घरानों से होगी दिक्कतट्राई ने कॉरपोरेट घरानों के मीडिया क्षेत्र में आने से रोकने का सुझाव दिया है. ट्राई ने कहा है कि कॉरपोरेट घरानों के मीडिया क्षेत्र में प्रवेश करने से हितों के टकराव होनी की संभावना रहती है. सरकार प्रसार भारती को बनाए ऑटोनोमस
ट्राई ने अपने सुझावों में कहा कि सरकार को प्रसार भारती को स्वायत्त सस्ंथा बनाने पर जोर देना चाहिए. इसके साथ ही सरकार को इस संस्था से दूरी बनाए रखने की मैकेनिज्म को मजबूत करना चाहिए. बड़े बदलाव की जरूरत


ट्राई ने कहा कि मीडिया में क्षेत्र में एक बड़े बदलाव की जरूरत है. ट्राई के अनुसार वे सभी संस्थाओं, जो सरकारी धन से चलती हैं, को मीडिया क्षेत्र से दूरी बनानी चाहिए. इन संस्थाओं में राजनीतिक दल, धार्मिक संस्थाएं, अर्बन, लोकल, पंचायती राज संस्थाएं, जॉइंट वेंचर्स और सरकारी धन से चलने वाली कंपनियां शामिल हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra