बहन पर फब्तियां कसने का विरोध करने पर सरेआम भाई की हत्या के मामले में रोहिणी कोर्ट ने दो भाइयों सुनील व सुधीर को फांसी की सजा सुनाई है. चार अन्य को आजीवन कारावास की सजा मिली. कोर्ट ने चारों पर एक-एक लाख का जुर्माना भी लगाया. जुर्माने की राशि बतौर मुआवजा मृतक के परिवार को देने का आदेश दिया है.


साहसी भाई की आवाज कर दी बंदमामले में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कामिनी लॉ ने टिप्पणी की कि कुछ खास तरह के अपराधों को अंजाम देने वालों को फैलने से नहीं रोका गया तो वे समाज को बर्बाद कर देंगे. दोषियों ने सरेआम उस साहसी भाई की आवाज बंद कर दी, जिसने अपनी बहन की आबरू बचाने के लिए आवाज उठाने की हिम्मत की.घटना समाज को सदमे में डालने वालीयह घटना समाज को आक्रोशित व सदमे में डालने वाली थी. ऐसे लोगों को किसी तरह की रियायत नहीं दी जा सकती. घटना दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके की है. 20 जुलाई, 2009 को कांवडिय़े का नाच देखते वक्त सुनील और सुधीर ने सुभाष की बहन पर फब्तियां कसीं. सुभाष ने विरोध किया तो उन्होंने अपने चार दोस्तों की मदद से उसकी हत्या कर दी.

Posted By: Satyendra Kumar Singh