खुद की जान को खतरा बताकर बनवाया असलहे का लाइसेंस और लिया था असलहाअसलहे के लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था जब जान का खतरा बताया था. किसी ने बिजनेस राइवलरी को बेस बनाया था तो किसी ने पट्टिदार को दुश्मन बताकर लाइसेंस हासिल किया. लाइसेंस जारी हुआ तो असलहा भी खरीद लिया. इसके बाद यह रसूख और स्टेटस सिंबल बन गया. पिछले एक साल दौरान प्रयागराज में असलहा के चलते किसी की जान बची है? ऐसा केस तो सामने नहीं आया. लेकिन ऐसे केस जरूर सामने आ गये जो संकेत दे रहे हैं कि लाइसेंस बनवाकर लिया गया असलहा खुद के साथ बेहद करीबियों की जान लेेने के काम आ रहा है. चौंकाने वाला तथ्य यह भी है कि प्रयागराज में लगातार दूसरे दिन लाइसेंसी असलहा अपनो की मौत का कारण बनकर सामने आया है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। नैनी एरिया में बुधवार की भोर में सनसनीखेज वारदात हुई थी। यहां भोर में एक युवक और युवती को गोली मार दी गयी थी। दोनो एक ही स्कूल में इंटरमीडिएट के छात्र थे। घटना में छात्र अर्णव सिंह की आन द स्पॉट मौत हो गयी थी। छात्रा को गंभीर अवस्था में एसआरएन में भर्ती कराया गया है। गोली का असर लीवर तक चले जाने के चलते इन्फेक्शन हो गया है। इसका खुलासा पुलिस ने गुरुवार को किया तो बताया कि गोली लड़की के पिता ने लाइसेंसी असलहे से मारी थी। उन्हें अपनी बेटी का क्लासमेट से इस तरह मिलना पसंद नहीं था। बताया गया कि इकलौती बेटी के लिए पिता ने तमाम मन्नतें मांगी थी। उसके आने के बाद उनका बिजनेस भी फलने-फूलने लगा था। इसी से वह पिता की सबसे दुलारी थी। कारण बताते हैं कि असलहा घर में था इसलिए घटना आसानी से घट गयी न होता तो शायद अर्णव जिंदा होता।

वीडियो कॉल करते हुए मारी गोली
हाल ही में औद्योगिक थाना क्षेत्र के समोगर गांव के पास एक अपार्टमेंट में ठेकेदार विभूति नारायण सिंह ने लाइसेंसी असलहे से खुद को मौत के हवाले कर दिया था। वह मूल रूप से चंदैली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र स्थित हिंदवारी गांव का निवासी थी। पुलिस की छानबीन में सामने आया था कि घटना उस वक्त हुई जब वह वीडियो कॉल पर पत्नी से बात कर रहा था। विभूती ने असलहे का लाइसेंस खुद की जान को खतरा बताते हुए लिया था।

दोस्त के सीने में उतार दी गोली
पिछले वर्ष दिसंबर महीने में मेडिकल कॉलेज चौराहे पर एक दवा की दुकान में ठेकेदार बच्चा यादव को लाइसेंसी गन से दोस्त ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। छानबीन में मौके पर पुलिस को मालूम चला था कि जिस गन से हत्या हुई वह ठेकेदार की ही थी। गोली मारने वाले के पास भी लाइसेंसी असलहा होने की बात सामने आई थी। मारे गए बच्चा यादव अतरसुइया स्थित बाबाजी की बाग के निवासी थे।

रिटायर कर्मचारी ने सुसाइड में किया इस्तेमाल
इसी महीने शाहगंज एरिया में स्थित राधाकृष्ण मंदिर के पास पुराने मकान में किराए पर रहने वाले एफसीआई से रिटायर्ड कर्मचारी स्वर्ण सिंह जग्गी ने लाइसेंसी असलहे से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। घटना घर के अंदर बाथरूम में हुई थी। छानबीन में मालूम चला था कि जिस गन से वह खुद को गोली मारे थे उसका लाइसेंस भी उन्हीं के नाम पर था। वह मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे।

Posted By: Inextlive