इन्हें तो पानी ने 'मारा' आगे देखेंगे
- Earth day special
-शहर से दूर शंकरगढ़ एरिया में पानी के लिए मचा है हाहाकार -सरकारी हैंडपंप पर दबंगों ने कर लिया है अपना कब्जा -इस चुनावी महा समर में पानी की प्राब्लम भूले सभी शहर से दूर शंकरगढ़ एरिया में पानी के लिए मचा है हाहाकार -सरकारी हैंडपंप पर दबंगों ने कर लिया है अपना कब्जा -इस चुनावी महा समर में पानी की प्राब्लम भूले सभी ALLAHABAD: allahabad@inext.co.inALLAHABAD: आज हर कोई अर्थ डे सेलिब्रेट कर रहा है। बस इसी बात पर चर्चा हो रही है कि हम अर्थ को कैसे बचा सकते हैं। हर कोई अपने शोध के बारे में ब्रीफ कर रहा है कि कैसे हम पानी को बचाकर अपनी धरती माता को बचा सकते हैं। लेकिन इन बातों का रूरल एरियाज में कोई खास महत्व नहीं। क्योंकि वहां पर जो लोग पानी की प्राब्लम से जूझ रहे हैं, उनके लिए कोई आप्शन नहीं है। न तो सरकारी तंत्र उनकी प्राब्लम साल्व करने जा रहा है और ना ही कोई एजेंसी उनकी मदद करती है। हालत तो यह है कि गांव वालों को जो भी मदद मिली है, उसपर भी वहां के दबंग अपना कब्जा जमाए हुए हैं।
विकलांग पर दबंगईहम बात कर रहे हैं शहर से दूर पथरीले एरिया शंकरगढ़ की। शंकरगढ़ में एक ग्राम बैरिहा सलैया है। इस गांव में आमिका प्रसाद रहते हैं जो विकलांग हैं। उनका एक पैर काम नहीं करता है। घर में वाइफ और छोटे बच्चे हैं। उनकी जिम्मेदारी आमिका पर ही है। सिर्फ इसी गांव में ही नहीं बल्कि आसपास के कई गांव में सबसे बड़ी प्राब्लम पानी की है। पीने के पानी की विकट समस्या है। ऐसा नहीं है कि सरकार की तरफ से यहां पानी का कोई इंतजाम नहीं किया गया। सरकार ने गांव वालों के लिए पानी के सरकारी हैंडपंप लगवाए हैं। आमिका के घर के सामने ही हैंडपंप लगा है। लेकिन आज हालत यह है कि सरकारी पंप लगा होने के बाद भी उन्हें पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
डीएम एसएसपी से लगाई गुहारहुआ यूं है कि कुछ पड़ोसी गांव के दबंगों ने हैंडपंप को अपनी संपत्ति बना ली है। दबंगई दिखाते हुए हैंडपंप में सीधे पाइप जोड़कर मोटर फिक्स कर दिए। अब सरकारी लाइट से मोटर चलती है और वे अपने सिंचाई के लिए पानी यूज करते हैं। कुछ ऐसा ही आमिका प्रसाद का आरोप है। आरोप तो यह भी है कि जब उन्होंने विरोध किया तो दबंगों ने उनकी पिटाई कर दी। जान से मारने की धमकी दी। पुलिस स्टेशन पहुंचे लेकिन वहां कोई मदद नहीं मिली। अब उन्होंने डीएम और एसएसपी से मदद की गुहार लगाई। हालांकि चुनावी ड्यूटी में बिजी होने के कारण कोई भी ऑफिसर उनसे मिल न सका। कंप्लेन सेल से उन्होंने अपनी कंप्लेन की और उधर से मदद का आश्वासन मिला।
चुनावी समर में सब भूले चुनावी महासमर में सभी बिजी हैं। हर कोई अरबन ही नहीं बल्कि रूरल एरियाज में भी अपना दमखम दिखाने में लगा है। लेकिन स्थानीय लोगों की प्राब्लम का एजेंडा किसी के पास नहीं है। अगर कोई गांव में जाता भी है तो उनका टारगेट गांव का कोई रसूख वाला व्यक्ति ही होता है, जिसकी मदद से वोट बटोरा जा सके। पानी की बढ़ती जा रही प्राब्लमपानी की प्राब्लम सिर्फ शंकरगढ़ एरिया में ही नहीं बल्कि आज पानी की प्राब्लम से पूरा शहर जूझ रहा है। कुछ मोहल्ले में पीने का पानी इतना गंदा आ रहा है कि लोग पानी पीने के बाद बीमार पड़ जा रहे हैं। शहर के अल्लापुर और नेता नगर एरिया में इतना गंदा पानी का आ रहा है कि उसे बिना फिल्टर किए पीना मौत को दावत देने के जैसे है। इलाहाबाद शहर के कई मोहल्ले में खराब पानी सप्लाई होने को लेकर हो हल्ला हो चुका है।