ओवरकान्फिडेंस में फंसी पुलिस पर बदमाशों ने किया हमला
-सिपाहियों को किया दरकिनार, हमले पर छोड़ हुए फरार
-हमलावर बदमाशों के खिलाफ 25-25 हजार रुपए का ईनामlucknow@inext.co.inLUCKNOW : चौरीचौरा एरिया के रौतनिया सरदार में रविवार रात पुलिस टीम पर हमले से पूरा महकमा हिल उठा है। बदमाशों के दुस्साहस से बौखलाई पुलिस ने दो-दो हाथ करने का मूड बना लिया है। एसएचओ चौरीचौरा राणा देवेंद्र सिंह की तहरीर पर हिस्ट्रीशीटर मिथुन पासी, उसके रिश्तेदार धीरु पासवान के खिलाफ नामजद, अन्य पांच-छह अज्ञात बदमाशों के खिलाफ पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित 13 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित
पुलिस अधिकारियों ने दोनों बदमाशों पर 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया है। आईजी और एसएसपी ने कहा कि घायल पुलिस कर्मचारियों का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। फरार बदमाशों की तलाश में लगी पुलिस टीम ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया है। कहा जा रहा है कि मुठभेड़ के दौरान दरोगा की फायरिंग में एक बदमाश को गोली लगी है। दबिश के दौरान ओवरकान्फिडेंस की वजह से पुलिस टीम बदमाशों से पिट गई। सिपाहियों ने अतिरिक्त पुलिस बल बुलाने की बात एसएचओ से कही थी। अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचने पर सभी बदमाशों को आसानी से काबू कर लिया जाता।
अचानक दबिश देने पहुंचे, बदमाशों ने किया हमला
रौतनिया सरदार निवासी हिस्ट्रीशीटर मिथुन पासी शातिर लुटेरा है। करीब एक हफ्ते पहले जेल से छूटे मिथुन के घर पर एसएचओ राणा देवेंद्र सिंह, एसआई घनश्याम वर्मा वंशराज गौंड और शैलेंद्र सिंह की पुलिस टीम ने दबिश दिया। बाहर से ताला बंद कमरे में मिथुन अपने पांच-छह साथियों संग सो रहा था। पुलिस के दबिश देने पर उसकी मां और पत्नी ने विरोध जताया। पुलिस ने जबरन कमरे का ताला खुलवाया तो भीतर से फायरिंग करते हुए निकले बदमाशों ने राड से पुलिस टीम पर हमला कर दिया। बदमाशों के हमले में घायल दरोगा ने दो राउंड फायर किया। अंधेरे में अचानक हुई घटना से एसएचओ हड़बड़ा गए। जान बचाने के लिए दरोगा को बगल के मकान में छिपना पड़ा। दो अन्य सिपाहियों को जख्मी कर मिथुन, धीरू और उसके अन्य साथी अपशब्द कहते हुए फरार हो गए। सूचना पाकर फोर्स के साथ पहुंचे सीओ चौरीचौरा ने घायलों को मेडिकल कॉलेज भेजने का इंतजाम किया। एसएसपी शलभ माथुर घटनास्थल पर पहुंचे, जबकि आईजी जय नारायण सिंह रात में दो बजे घायल पुलिस कर्मचारियों का इलाज कराने के लिए मेडिकल कॉलेज में जम गए।
जय नारायण सिंह, आईजी
एसएचओ ने अनसुनी की सिपाहियों की बात
जेल से छूटे बदमाशों की निगरानी, फरार चल रहे बदमाशों की तलाश और कोर्ट से जारी वारंट पर कार्रवाई का निर्देश एसएसपी ने दिया था। रात में 11 बजे वारंटी पकड़ने के लिए इंस्पेक्टर अपनी टीम संग निकले। दो बदमाशों के घर दबिश देने पर खाली हाथ रहे तो वारंटी मिथुन के घर दबिश देने का प्लान बन गया। सिपाहियों ने इंस्पेक्टर को बताया कि मिथुन काफी खतरनाक है। 30 नवंबर 2017 को कुसम्हीं जंगल में हुई मुठभेड़ में वह पुलिस टीम को चकमा देकर भाग गया था। बाद में पुलिस का दबाव बढ़ने पर उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। लेकिन इंस्पेक्टर ने सिपाहियों की बात अनसुनी कर दी। वह टीम लेकर मिथुन के घर पहुंच गए। मिथुन के घर के एक कमरे में ताला बंद था। पुलिस ने उसे खोलने का प्रयास किया तो उसकी पत्नी और मां विरोध पर उतर आई.
अफसरों ने दिया टॉस्क, मुसीबत करे समाप्त
पुलिस टीम पर हमले से पूरा महकमा हिल उठा। सीनियर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे इलाके काबिंग कराई गई। मिथुन के घर में बरतन पर खून पसरे से पुलिस ने अनुमान लगाया कि उसे गोली लगी है। वह चिल्लाते हुए कपड़ा बांधकर दरोगा की तलाश में निकला था। इसलिए सोमवार को दिनभर अस्पतालों में उसकी तलाश चलती रही। पूछी छानबीन के बाद अधिकारियों ने मिथुन और धीरू पासवान के खिलाफ 25-25 हजार का इनाम घोषित किया। इंजीनियरिंग कॉलेज दिव्य नगर निवासी धीरू रिश्ते में मिथुन का मामा लगता है। इनके गैंग के 15 से अधिक बदमाशों की लिस्ट निकालकर पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। मिथुन के घर में चोरी, लूट करने के सामान, नेपाली करेंसी बरामद हुई। मिथुन तक पहुंचने के लिए पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
शलभ माथुर, एसएसपी