Gorakhpur : हमको तो बस पैसे से मतलब है. घबराइए नहीं हम अपनी बात नहीं कर रहे हैं बल्कि बात कर रहे हैं स्टूडेंट्स के सामने हमेशा ही प्रॉब्लम खड़ी करने वाली गोरखपुर यूनिवर्सिटी की जिसे इस बात की बिल्कुल भी टेंशन नहीं है कि स्टूडेंट्स के पेरेंट्स किस तरह से पैसा कमाकर अपने लाडले का एडमिशन कराते हैं और वह किस कदर मेहनत कर अपना करियर बनाने की कोशिश कर रहा है बल्कि उन्हें तो मतलब है सिर्फ पैसे से ऐसे-वैसे जैसे भी हो उनके अकाउंट में पैसा जमा होना चाहिए.


एंट्रेंस, एग्जाम और फीस कलेक्शन में आगेडीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी की पुरानी आदत है कि भले ही अपने सेशन को संभालने में नाकाम हों, भले ही उनकी क्लास न चल रही हो, भले ही टीचर्स क्लास में मौजूद हों या न हों, बस उन्हें अपनी फीस पूरी मिलनी चाहिए। एंट्रेंस एग्जाम करवाकर उन्होंने स्टूडेंट्स की जेब में डाका तो डाल ही लिया है, इसमें वह स्टूडेंट्स भी शामिल हैं जिनके रिजल्ट अभी तक नहीं आए हैं।पैसे मिलने के बाद, कौन हो तुम?


डीडीयू की पास्ट हिस्ट्री देखी जाए तो यह बात साफ हो जाएगी कि पैसा मिलने के बाद डीडीयू अपने ही स्टूडेंट्स को नहीं पहचानता। एडमिशन फीस तो डीडीयू वक्त पर ही जमा करवा लेता है लेकिन जब स्टूडेंट्स के सामने कोई प्रॉब्लम आन पड़ती है तो न तो कोई जिम्मेदार उनकी मदद के लिए सामने आता है और न ही उनकी प्रॉब्लम जल्द दूर हो पाती है। हाल ही में हॉस्टल के स्टूडेंट्स के साथ हुई घटना इसका ताजा एग्जाम्पल है। रिजल्ट का पता नहीं, एंट्रेंस एग्जाम

डीडीयू के स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेकर पछता रहे हैं। अभी उनके एग्जाम रिजल्ट तो दूर कॉपी की चेकिंग ही जारी है और डीडीयू ने नेक्स्ट सेशन के लिए कदम आगे बढ़ा दिया है। अभी किसी क्लास का रिजल्ट भी डिक्लेयर नहीं हो सका है और उन्होंने नेक्स्ट सेशन के एंट्रेंस एग्जाम कराने स्टार्ट कर दिए हैं। स्टूडेंट्स की मानें तो भले ही डीडीयू एडमिनिस्ट्रेशन नेक्स्ट सेशन थोड़ा देर से स्टार्ट करता लेकिन कम से कम उन्हें रिजल्ट्स तो पहले डिक्लेयर कर देने चाहिए थे।फाइनल इयर वाले ज्यादा परेशानडीडीयू की इस मनमानी से सबसे ज्यादा परेशान फाइनल इयर के स्टूडेंट्स हैं। बीएससी फाइनल के स्टूडेंट आकाश ने बताया कि उनका इस साल ग्रेजुएशन कंपलीट हो रहा है और उन्हें पीजी के लिए बाहर जाना था लेकिन अभी तक डीडीयू का रिजल्ट नहीं आया। वहीं दूसरी ओर एमबीए और अदर प्रोफेशनल कोर्सेज में एडमिशन की चाह रखने वाले स्टूडेंट्स भी रिजल्ट न निकलने की वजह से काफी परेशान हैं।बीबीए में 18 और बीकॉम में 198 एबसेंट

ट्यूजडे को डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बीबीए और बीकॉम का एंट्रेंस एग्जाम ऑर्गेनाइज किया गया। एंट्रेंस एग्जाम कोऑर्डिनेटर प्रो। श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने बताया कि फर्स्ट मीटिंग में बीबीए का एंट्रेंस था, जिसमें 144 कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे। इसमें 126 कैंडिडेट्स ही एग्जाम में शामिल हुए जबकि 18 कैंडिडेट्स ने एग्जाम छोड़ दिया। वहीं सेकेंड मीटिंग में ऑर्गेनाइज बीकॉम के एंट्रेंस में 3938 रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में 3740 ने एग्जाम दिया जबकि 198 अपीयर नहीं हुए। यह एग्जाम आठ सेंटर्स पर कंडक्ट किया गया था।14 सेंटर्स पर होगा बीए का एग्जामवेंस्डे को डीडीयू के 14 सेंटर्स पर बीए का एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट किया जाएगा। कोऑर्डिनेटर प्रो। त्रिपाठी ने बताया कि बीए एंट्रेंस के लिए 7560 कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। यह एग्जाम सुबह 9.30 बजे से कंडक्ट किया जाएगा। वहीं सेकेंड मीटिंग में बीजे का एंट्रेंस एग्जाम होगा जो एक सेंटर पर कंडक्ट किया जाएगा।

Posted By: Inextlive