- रविवार की रात दवनाडीह में चली थी गोलियां

- पुलिस कर रही कैंपेन, एसएसपी रख रहे नजर

GORAKHPUR:

बड़हलगंज के दवनाडीह में रविवार की देर रात प्रसपा के जिलाध्यक्ष, लोकसभा गोरखपुर के प्रत्याशी रहे श्याम नारायण यादव पर हमले के मामले में पुलिस ने 15 लोगों को उठाया है। मुख्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस उनके नात-रिश्तेदारों के घर दबिश दे रही है। घटना के बाद से सीओ गोला की अगुवाई में बड़हलगंज, गोला और गगहा की पुलिस टीम ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटी रहीं। एसएसपी ने कहा कि जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। पूर्व प्रत्याशी की सुरक्षा नहीं हटाई गई थी। सोमवार की सुबह प्रशासनिक अधिकारी मृतक शिवानंद के घर पर पहुंचे। परिजनों से मिलकर आर्थिक सहायता देने की मांग उठाई। प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने भी श्यामनारायण से मोबाइल पर बातचीत करके जानकारी ली।

रास्ते में घेरकर दागी थी गोलियां

रविवार की रात करीब 10 बजे दवनाडीह में ब्रह्मभोज से लौट रहे प्रसपा नेता श्याम नारायण यादव पर हमला हुआ था। फोर व्हीलर सवार बदमाशों ने कई राउंड गोली दागकर मिश्रौलिया के इलेक्ट्रीशियन शिवानंद मौर्या (40) की जान ले नली। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के जिलाध्यक्ष श्याम नारायन यादव के भतीजे चंद्रशेखर यादव, शैलष यादव और आजाद यादव भी गोली लगने से घायल हो गए। सभी को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पर जांच के लिए पहुंची पुलिस को पता लगा कि पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों ने रास्ते में टै्रक्टर-ट्राली भी खड़ा कर दिया था। घटनास्थल से एक बोलेरो, एक बाइक और टै्रक्टर कब्जे में लिया। श्याम नारायण यादव ने बताया कि जवाबी फायरिंग की गई थी। रामनाथ यादव और जवाहर यादव का परिवार आपराधिक प्रवृत्ति का

है। मर्डर, गैंगेस्टर सहित तमाम मुकदमे दर्ज हैं। सुनील यादव तो 20 दिन पहले जेल से छूटकर आया था। उसको पता था कि इंद्रासन के घर श्यामनारायण जरूर जाएंगे। इसलिए फूलप्रूफ प्लानिंग की गई थी। इसके पूर्व मोतीराम अड्डा में भी श्यामनारायण पर हमला हो चुका है।

इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

घटना में सुनील यादव व उनके भाई असविंद, जेल में बंद सुनील के चाचा गिरिजेश के बेटे सत्येंद्र,

रामनाथ के बेटे राजेश, राजेश के बेटे अरविंद, दवनाडीह के सदानंद, गगहा के अक्षयबर,

सिंधु, गुड्डू और रुद्रपुर के प्रमोद यादव सहित कई अज्ञात व्यक्ति

श्यामनारायण ने भी चार माह काटी जेल

प्रधानी चुनाव की रंजिश को लेकर दोनों पक्षों में कई साल से टशन चल रही है। वर्ष 2013 में सुनील के पिता जवाहर की हत्या हो गई थी जिसमें श्यामनारायण भी गैर इरादतन हत्या के आरोपी बने थे। करीब चार माह बाद श्याम नारायण को जमानत मिली। आरोप है कि सपा गवर्नमेंट में श्यामनारायण ने सुनील और उसके परिवार के लोगों को जमकर रगड़ा था जिससे बदले की भावना भड़कती चली गई। दुश्मनी की वजह से श्याम नारायन ने मधुपुर

चौराहा पर आवास बनवा लिया था।

श्यामलाल को मिली थी सरकारी सुरक्षा

एसएसपी डॉ सुनील गुप्ता ने बताया कि प्रसपा जिलाध्यक्ष को चुनाव के समय दो सुरक्षाकर्मी मिले थे। चुनाव के बाद अन्य की सुरक्षा हटा ली गई। लेकिन 15 अगस्त तक सुरक्षा की समीक्षा कर हटाया जाना था। घटना की रात सुरक्षा कर्मचारी साथ नहीं गए थे। उधर मिश्रौलिया निवासी शिवानंद मौर्या के मोहल्ले में सन्नाटा पसरा रहा। शिवानंद का कोई संबंध प्रसपा नेता से नहीं है। घटना के समय वह बाइक से मौके पर पहुंच गया। पांच भाइयों में बड़े शिवानंद के दो बच्चे हैं। उसकी मौत से पब्लिक में आक्रोश भी फैला रहा। पत्‍‌नी माया ने अधिकारियों से कहा कि उनके पति बेवजह घटना में मारे गए। पब्लिक ने इलाके में पुलिस चौकी बनाने की मांग की है। सोमवार को प्रसपा का एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिलने पहुंचा। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। प्रसपा जिलाध्यक्ष पुलिस से मिलकर सुनील के जेल से छूटने के संबंध में बात करने वाले थे। लेकिन इसके पहले घटना हो गई।

पूर्व प्रत्याशी की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गई थी। समीक्षा के बाद 15 अगस्त तक गनर हटाए जाने थे। घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगाई गई है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive