कांवड़ यात्रा के चलते व्यापार ध्वस्त
अकेले ट्रांसपोर्ट कारोबार को रोजाना 50 करोड़ का लग रहा फटका
- दवा कारोबार पर भी 50 फीसदी हुआ डंप Meerut: कांवड़ मेले के चलते विभिन्न रूट्स बंद होने से जिले का व्यापार पूरी तरह चौपट हो गया है। जानकारी के अनुसार रूट्स बंद होने से अकेले ट्रांसपोर्ट कारोबार को रोजाना 50 करोड़ का नुकसान हो रहा है। इसके अलावा दवा कारोबार, सब्जी व फल कारोबार भी यात्रा की वजह से प्रभावित हुए हैं। ट्रांसपोर्ट कारोबार -जिले में ट्रकों की संख्या: 10 हजार - प्रतिदिन कारोबार 50 करोड़ - यात्रा से प्रभावित कारोबार 50 करोड़ - 22 जुलाई से एक अगस्त तक कारोबार को फटका, 550 करोड़ 2. दवा कारोबार -जिले में दवाई की दुकाने 3400 - थोक की दुकाने 1200 - रिटेल की दुकाने 2200 - रोजाना कारोबार 2.50 करोड़ - यात्रा के दौरान कारोबार 1.50 करोड़3. सब्जी व फल कारोबार
शहर में सब्जी व फलों की दुकानें, 3000 - सब्जी की दुकान 1300 - फलों की दुकान 1700 - सब्जी व फलों का प्रतिदिन कारोबार 30 लाख रुपए - सब्जी का कारोबार 16 लाख रुपए - फलों का कारोबार, 14 लाख रुपए - यात्रा के दौरान कारोबार 15 लाख रुपए वर्जन, फोटो-यात्रा के चलते ट्रांसपोर्ट का काम पूरी तरह ठप हो गया है। न ही किसी माल का आर्डर आ रहा है, और न ही किसी माल की डिलीवरी मिल रही है।
गौरव शर्मा, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन रूट्स बंद होने की वजह से दवाईयों की वैरायटी खत्म हो गई हैं। जिसके चलते ग्राहकों को दवाई न मिलने की चक्कर में वापस जाना पड़ रहा है। इसलिए रूट्स बंद होने की वजह से कारोबार पर 40 फीसदी फर्क तो पड़ ही रहा है। -रजनीश कौशल, जिला महामंत्री, ड्रग एंड कमिस्ट ऐसोशिएशन कांवड़ यात्रा की वजह से शहर में ताजी सब्जी व फलों की कमी पड़ने लगी है। जिसके चलते कारोबार घटकर आधा रह गया है। -महताब कुरैशी, सब्जी व फल कारोबारी --- वर्जन फोटो हैं। 80 फीसदी होटल कारोबार ध्वस्तकांवड़ के दौरान होटलों में गेस्ट नहीं आ रहे हैं। होटल कारोबारी अमन प्रीत सिंह का कहना है कि करीब 80 फीसदी होटल खाली पड़े हैं। सोहराबगेट के सामने आटोमोबाइल बाजार, सोती गंज बाजार में सन्नाटा रहा। आटोमोबाइल कारोबारी बंटीराम का कहना है कि कारोबार ठप पड़ा है। ढाबों पर भी इक्का-दुक्का लोग ही खाना खाने आ रहे हैं, ढाबा संचालक राजेश खोड़ा का कहना है लागत नहीं निकल रही है।