नेपाल में आए भूकंप से एक्शन में आए 'सरकार'
-उत्तराखंड परिवहन निगम की 25 बसें काठमांडू भेजी गई
-मेडिकल किट, मिनरल वॉटर व बाकी सामग्री भी भेजी नेपाल -उत्तराखंडवासियों का डिटेल तैयार कर संपर्क साधने के निर्देश DEHRADUN : सैटरडे को नेपाल में आए भूकंप के दो दिन बाद उत्तराखंड सरकार हरकत में आई है। अब खुद सीएम हरीश रावत ने मंडे को उच्च स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए नेपाल को पूरी मदद देने का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि नेपाल से आने वाले हर व्यक्ति को पूरा सहयोग दिया जाए। उन्होंने कहा कि टनकपुर व रुद्रपुर डिपो से उत्तराखंड परिवहन निगम की ख्भ् बसें काठमांडू भेजी गई हैं। बसों के साथ मेडिकल किट, मिनरल वॉटर व अन्य जरूरतमंद सामग्री भेजी गई है। अधिकारियों को दिए निर्देशबीजापुर गेस्ट हाउस में शासन के अधिकारियों की बैठक लेते हुए सीएम ने कुमाऊं की कमिश्नर, डीएम उधमसिंह नगर, पिथौरागढ़ व चंपावत को निर्देश दिए हैं कि वे नेपाल के सीनियर अधिकारियों से संपर्क रखें, सीएम ने सीएस एन रविशंकर को निर्देश दिए कि नेपाल में रह रहे उत्तराखंडवासियों की डिटेल तैयार कर उनसे संपर्क किए जाएं। डीएम हरिद्वार व उधमसिंह नगर को निर्देश देते हुए उन्होंने नेपाल में पीडि़तों के लिए क्वालिटीयुक्त सामग्री एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड सरकार में भी भयनेपाल में आए भूकंप के बाद उत्तराखंड सरकार भी डरी हुई है। इसको देखते हुए सीएम ने साफ कहा है कि नेपाल में आए भूकंप से सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा आपदा प्रबंधन सहित सभी विभागों का कॉर्डिनेशन हो, उत्तराखंड भी अर्थक्वैक के हिसाब से संवेदनशील है। तैयार रहना चाहिए, आपदा प्रबंधन व एसडीआरएफ जिला स्तर पर गठित यूनिट्स को मजबूत करें।
---------- क्या कहा सीएम हरीश रावत ने -भूकंप के लिए बेहद सेंसटिव स्थानों का चिन्हिकरण हो। -एसडीआरएफ को मजबूत किया जाए। -जिला स्तर पर गठित आपदा प्रबंधन इकाइयों को भ्0-भ्0 लाख रुपए देने के निर्देश। -चीफ सेक्रेट्री से लेकर तहसीलदार तक के अधिकारियों का मोबाइल डाटाबेस तैयार हो। -एसडीआरएफ के अलावा ख्000 पुलिसकर्मियों को तैयार किया जाए। -पुलिस डिपार्टमेंट का एक सप्ताह की स्पेशल ट्रेनिंग हो। -मोटरसाइकिल एंबुलेंस सेवा डेवलप हो। -मोटर बाइक पर पुलिस व हेल्थ डिपार्टमेंट का कर्मी तैनात रहे। -एसडीआरएफ का वॉलेंटियर कोर तैयार हो। राहत के लिए राज्य सरकार आगे आएअधिकारियों की बैठक में सीएम ने साफ किया है कि पूरे प्रदेश में जहां जर्जर भवन मौजूद हैं, उनका डिटेल तैयार की जाए। पूर्व केंद्रीय मंत्री व बीजेपी के नेता सतपाल महाराज ने राज्य सरकार से नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप पीडि़तों के लिए मदद को आगे आने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान और दिल्ली की सरकार ने मदद भेजी है, लेकिन उत्तराखंड सरकार की तरफ से अब तक कुछ नहीं किया गया।
एकजुटता के साथ प्रयास के आह्वान इंडियन मीडिया सेंटर ने नेपाल में आए भूकंप के कारण हुए जान माल के नुकसान पर दुख जताया है। संस्था के महेश खंकरियाल, अमन नैथानी ने केंद्र सरकार की ओर से शुरू किए गए ऑपरेशन मैत्री के तहत किए जा रहे राहत व बचाव कार्यो की सराहना की। संस्था के कार्यकर्ताओं ने नुकसान की भरपाई के लिए एकजुटता के साथ प्रयास करने का आह्वान किया है। संवेदना प्रकट करते हुए शोक जताया कई संस्थाओं ने नेपाल में आई त्रासदी पर अपनी संवेदना जताई। गांधी पार्क में राष्ट्रीय किसान मंच, अन्ना हजारे समर्थक व यूकेडी समेत गोरखा डेमोक्रेटिक फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने धरना देकर अपनी संवेदना प्रकट करते हुए शोक जताया। नेपाल स्टूडेंट्स एसोसिएशन के बैनर तले पिछले दिनों दिल्ली में किसान गजेंद्र सिंह की मौत के लिए आम आदमी को जिम्मेदार बताया। धरने पर पूजा सुब्बा, उमा उपाध्याय, सुनीता क्षेत्री, मनमोहन लखेड़ा आदि मौजूद थे।