एक रिपोर्ट के मुताबिक़ इंग्लैंड और वेल्स की जेलों में महिला क़ैदियों को जेल के कर्मचारी शराब और सिगरेट जैसी चीज़ों के बदले सेक्स के लिए बाध्य करते हैं.


इस रिपोर्ट को जेल में सेक्स विषय पर बने आयोग ने प्रकाशित किया है. आयोग का गठन समाजसेवी संस्था हावर्ड लीग फ़ॉर पीनल रिफ़ार्म ने किया था.रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ क़ैदी अपनी सुविधा और समर्थन के लिए इस तरह के संबंध स्थापित कर लेते हैं. लेकिन इनमें से कुछ संबंध शोषण की वजह बन जाते हैं.जेल विभाग ने कहा है कि वो जेल में सेक्स की अनदेखी नहीं करता है.पहली समीक्षा"जेल में महिलाएं ख़ासतौर पर असुरक्षित हैं और पुरुषों की तुलना में उनके हिंसा या यौन शोषण का शिकार होने की आशंका अधिक है"-क्रिस शेफ़ील्ड, आयोग की अध्यक्षआयोग में प्रमुख शिक्षाविद, पूर्व जेल गवर्नर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल थे. यह इंग्लैंड और वेल्स की जेलों में सेक्स को लेकर अपनी तरह की पहली समीक्षा है.


रिपोर्ट में कहा गया है कि यौन उत्पीड़न के एक ख़ास प्रकार, जिसे 'डीक्रोचिंग' कहा जाता है, कि घटनाएँ  जेल में हुई हैं. डीक्रोचिंग में एक महिला  क़ैदी जबरदस्ती दूसरे महिला कैदी के शरीर में छिपाकर रखे नशीले पदार्थ निकालती है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अलग यौन स्वास्थ्य की जरूरत होती है और उनमें एचआईवी जैसे यौन संक्रमण से होने वाली बीमारियों के साथ जेल में दाखिल होने की संभावना अधिक होती है.अपनी सिफ़ारिशों में इस आयोग ने कहा है,'' जेल में महिला क़ैदियों के साथ काम कर रहे कर्मचारियों को इस बात का प्रशिक्षण और मार्गदर्शन देने की ज़रूरत है कि वे महिलाओं की मदद कैसे करें, क़ैदियों के बीच संबंध की पहचान कर सकें और डराने-धमकाने के मामलों का पता लगा सकें.''रिपोर्ट में कहा गया है, ''जेल के कर्मचारियों और महिला क़ैदियों के बीच कामकाजी संबंध लाभदायक होना चाहिए और इस बात के प्रमाण हैं कि अपनी भावनाओं को लेकर महिला क़ैदी पुरुषों की तुलना में ज्यादा खुली हुई थीं और जेल कर्मचारियों से अपनी समस्याओं पर चर्चा भी कर रही थीं.''विशेष प्रशिक्षण की ज़रूरत"जेल में यौन शोषण की जिन घटनाओं का वर्णन किया गया है, वे दुर्लभ हैं. यौन शोषण के जिन कथित मामलों की बात की गई हैं या पता लगाया गया है उनकी जांच की जाएगी."-जेल सेवा के प्रवक्ताआयोग के अध्यक्ष क्रिस शेफ़ील्ड ने कहा, ''जेल में महिलाएं ख़ासतौर पर असुरक्षित हैं और पुरुषों की तुलना में उनके हिंसा या यौन शोषण का शिकार होने की आशंका अधिक है.''

उन्होंने कहा,''यह भी उतना ही जरूरी है कि महिला जेलों के कर्मचारियों को महिलाओं के साथ काम करने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाए.''जेल सेवा के एक प्रवक्ता ने कहा, ''क़ैदियों के बीच शारीरिक संबंध आम बात नहीं है. हम जेल में सेक्स की अनदेखी नहीं कर सकते और न ही हम उन कैदियों को एक ही कोठरी में रखने में यकीन रखते हैं, जिनके बीच यौन संबंध हों.''प्रवक्ता ने कहा, ''जेल में यौन शोषण की जिन घटनाओं का वर्णन किया गया है, वे दुर्लभ हैं. यौन शोषण के जिन कथित मामलों की बात की गई हैं या पता लगाया गया है, उनकी जांच की जाएगी और अगर ज़रूरत पड़ी तो इसकी सूचना पुलिस को दी जाएगी.''हावर्ड लीग फ़ॉर पीनल रिफ़ार्म ने कहा है कि वह जेल में अपराधों में कमी के साथ ही समुदाय की सुरक्षा चाहता है. वो चाहता है कि जेल में कम से कम लोग रहें.

Posted By: Subhesh Sharma