- संविदाकर्मी को मिली एक लाख तक के बाकाएदारों की बिजली काटने की अथॉरिटी

- कर्मचारी अवर अभियंता को जानकारी देकर काट सकेंगे लाइन

- लाइन काटने के बाद बिना रुपए जमा कराकर लाइन जोड़ने का भी जिम्मा

- बिना जानकारी कनेक्शन जुड़ा तो ऐसे लोगों पर होगा एफआईआर

GORAKHPUR: संविदाकर्मियों को बिजली विभाग ने पॉवरफुल बना दिया है। इनके पास भी अब एक लाख रुपए से ज्यादा के बकाएदारों की लिस्ट होगी। अवर अभियंताओं को जानकारी देकर वह सीधे इन बकाएदारों की लाइन काट सकेंगे। इसके बाद बिना रुपए जमा किए, लाइन जुड़ने की मॉनीटरिंग का जिम्मा भी इन्हीं को सौंपा गया है। यदि किसी ने रुपए जमा किए बिना कनेक्शन जोड़ लिया तो संविदाकर्मी अवर अभियंता को सूचना देंगे, ताकि ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई जा सके। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के प्रबंध निदेशक डॉ। सरोज कुमार ने सभी अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि वह अपने अधीन काम करने वाले संविदाकर्मियों और क्षेत्र में एक लाख रुपए से ज्यादा के बकाएदार नहीं हैं, तो वहां उससे कम के बकाएदारों की लिस्ट दी जाए।

फीडरवार चलाएं अभियान

प्रबंध निदेशक ने बकाएदारों के खिलाफ फीडरवार अभियान चलाने के निर्देश दिए। सबसे पहले बकाएदारों के परिसर की जांच की जाए। एक लाख से ज्यादा बकाया मिलने पर तत्काल कनेक्शन काट दिया जाए। यदि कोई बिल का पेमेंट करना चाहता है तो अवर अभियंता या उपखंड अधिकारी को इसकी तत्काल जानकारी दें। साथ ही बिल जमा कराने के बाद ही परिसर छोड़ें। कई मामलों में कंज्यूमर बिल जमा करने का आश्वासन देते हैं, लेकिन डिस्कनेक्शन टीम के वापस जाते ही बिल जमा करने में आनाकानी करने लगते हैं।

हजारों कंज्यूमर्स पर है बकाया

गोरखपुर जेन के गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज के हजारों कंज्यूमर्स पर एक लाख रुपए से ज्यादा का बकाया है। इनमें से कई बकाएदार अपने प्रभाव का हस्तेमाल कर हर बार डिस्कनेक्शन टीम को वापस कर देते हैं। ऐसे कंज्यूमर्स के खिलाफ सख्ती के निर्देश दिए गए हैं।

जेई - 19

एई - 8

संविदाकर्मी - 240

संविदाकर्मियों और लाइनमैन के पास बकाएदारों की लिस्ट रहेगी। इसके आधार पर वह लाइन काट सकेंगे। बिना बकाया जमा किए लाइन जोड़ने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया जाएगा।

- ई। देवेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर