गोरखपुर (ब्यूरो)। हार्ट पेशेंट्स की सर्जरी के लिए बने कैथ लैब को जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसके लिए कुछ मशीनें भी आ गई हंै। जो जल्द ही इंस्टॉल की जाएंगी। जबकि न्यूरो सर्जरी के लिए मौजूदा ऑपरेशन थिएटर को और आधुनिक किया जाएगा। इसके बाद से दोनों बीमारियों के पेशेंट्स को सर्जरी के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

अप्वाइंट किए गए 14 डॉक्टर

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशएलिटी ब्लॉक के लिए 14 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती हो चुकी है। सुपर स्पेशएलिटी ब्लॉक में न्यूरो, हॉर्ट, यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी की ओपीडी में पेशेंट्स भी देखे जाने का सिलसिला शुरू हो गया है, लेकिन न्यूरो व हृदय रोग विभाग के पेशेंट्स को ऑपरेशन के लिए लखनऊ जाना पड़ रहा है। इन सबके बीच और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हृदय रोग विभाग में कैथ लैब का निर्माण हो गया है। इसमें लिथोट्रेप्सी मशीन (किडनी की पथरी तोडऩे वाली) और माइक्रोस्कोप ( दिमाग का ट्यूमर बड़ा करके देखने वाली मशीन) भी मंगा ली गई हैं। जल्दी इन्हें इंस्टॉल कराया जाएगा। इसके बाद एंजियोग्राफी से लेकर अन्य बड़ी जांचें हो सकेंगी। इसके अलावा न्यूरो सर्जरी के लिए ऑपरेशन थिएटर को और आधुनिक बनाया जाएगा। इसके लिए कॉलेज प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। कुछ जरूरी मशीनें मिलने के बाद न्यूरो सर्जरी भी शुरू हो जाएगी।

40 बेड में वेंटिलेटर की फैसिलिटी

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 200 बेड के सुपर स्पेशएलिटी ब्लॉक में 40 बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसमें 35 इंस्टॉल भी कर दिए गए हैं।

वर्जन

कोरोना महामारी खत्म होने के करीब है। संक्रमण के बीच सुपर स्पेशिएलिटी सेवा शुरू की गई थी। जो काफी सफल हुई। ह्रदय रोग विभाग के लिए कैथ लैब तैयार है। कुछ मशीनें भी आ गई हैं। जल्दी मशीनों को इंस्टॉल कराया जाएगा। न्यूरो सर्जरी के लिए कुछ मशीनें जल्द ही मिलने वाली हैं।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज