गणपति बप्‍पा का स्‍वागत हर साल की तरह उनके भक्‍त इस बार भी झूम के करेंगे लेकिन इस बार विघ्‍नहर्ता का आगमन कुछ विशेष संयोगों के साथ हो रहा है. ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस बार पर्व पर शुभ-अमृत योग हस्त नक्षत्र और उच्च राशि के बुध का महासंयोग है. यह दुर्लभ संयोग 60 साल बाद बन रहा है.


खरीदारी के लिए यह सबसे अच्छा दिन इस संयोग में गणेश पूजन से भक्तों को सुख-समृद्धि मिलेगी. इसके साथ ही खरीदारी के लिए यह सबसे अच्छा दिन है.29 अगस्त को गणेश चतुर्थी सूर्योदय से लेकर देर रात 3.42 बजे तक रहेगी. दोपहर डेढ़ बजे तक हस्त नक्षत्र और शुभ योग शाम 4. 30 बजे तक रहेगा. शुक्रवार और हस्त नक्षत्र का संयोग होने से अमृत योग भी बन रहा है. इस दिन गणेशजी का पूजन, अभिषेक और सहस्रार्चन करना चाहिए जिससे सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी. गौरतलब है कि 60 साल बाद इस पर्व पर ऐसा संयोग बन रहा है. इसको देखते हुए गणेश चतुर्थी पर इस बार बुध अपनी उच्च राशि कन्या में रहेगा. गुरु और शनि पहले से अपनी उच्च राशि में हैं. ऐसे में कई शुभ संयोग के साथ तीन ग्रह उच्च राशि में रहेंगे. ये सभी पर्व को खास बना रहे हैं.


बप्पा की स्थापना का श्रेष्ठ मुहूर्तज्योतिषाचार्यों के अनुसार 29 अगस्त 2014 को शुभ मुहूर्त में सूर्योदय से देर रात तक कभी भी गणेश स्थापना कर सकेंगे.ऐसे होंगे चौघडिया मुहूर्तप्रात: 6 से 9 चर, लाभ, अमृतप्रात: 12से 1:30 शुभशाम 4:30 से 6 चररात 9 से 10:30 लाभस्थिर लग्न मुहूर्तप्रात:11:52से 2:09 वृश्िचकसायं 6 से 7:34 कुम्भ

रात10:45से12:43 वृषभऐसे करें गणेश स्थापना और पूजन गणेश चतुर्थी के दिन सुबह पूरे घर की साफ-सफाई करके स्नानादि के बाद घर के उत्तर दिशा में लाल कपड़ा बिछाएं. कोरे कलश में जल भरकर और उसके मुंह पर कोरा कपड़ा बांधकर उसके पास मिट्टी से बनी गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें. गणेश जी की मूर्ति पर सिन्दूर चढ़ाकर षोडशोपचार से पूजन करें. इसके बाद - सबसे पहले दीप प्रज्ज्वलन करें.- जल चढ़ाकर आचमन करें.- पवित्रकरण - मूर्ति पर जल छिडकें.- फूलों का आसन चढ़ाएं.- स्वस्तिवाचन करें.- पूजा हेतु संकल्प लें.- गणपति जी का ध्यान करें.- गणेश जी का आवाहन करें.- चावल चढ़ाकर प्रतिष्ठापन करें.- दूब से जल छिड़कर मूर्ति को स्नान करवाएं.- वस्त्र एवं उपवस्त्र चढ़ाएं.- सिन्दूर चढ़ाएं.- फूल चढ़ाएं.- दूब चढ़ाएं.- सुगंधित धूप और दीप के दर्शन करवाएं.- लड्डुओं या मोदक का भोग लगाएं.- दक्षिणा एवं श्री फल चढ़ाएं.- गणेश जी की आरती उतारें.- फूलों से पुष्पांजलि अर्पित करें.- भूलचूक के लिए क्षमा प्रार्थना करें.- प्रणाम करके पूजा समर्पित करें.- श्रद्धा से गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें.

कहां-कहां धूम होगी बप्पा के आने की प्रत्येक लोई की हाथ से पतली पूड़ी बनाएं और नारियल व गुड़ का मिश्रण रखकर प्लीट्स या फोल्ड देते हुए मोदक बना लें. सारे मोदक बन जाने पर भाप में 10 मिनट पका लें. भोग लगाने से ठीक पहले इन पर घी गर्म करके डालें. गणेश चतुर्थी पर शेयर बाजार बंद रहेगा पिछले कारोबार दिवस गुरुवार को शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुए थे. मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गुरुवार को 60.03 अंकों की तेजी के साथ 26,620.18 पर खुला था और 77.96 अंकों या 0.29 फीसदी की तेजी के साथ 26,638.11 पर बंद हुआ था. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी गुरुवार को 6.20 अंकों की तेजी के साथ 7,942.25 पर खुला था और 18.30 अंकों या 0.23 फीसदी की तेजी के साथ 7,954.35 पर बंद हुआ था. शेयर बाजार अब सोमवार को खुलेंगे.


यूं तो अब गणेश महोत्सव की धूम पूरे देश में देखने को मिलती है, लेकिन मुख्य तौर पर महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में इसकी धूम कुछ अलग ही होती है. त्योहार का अनुभव करने के लिए सबसे बेहतर स्थानों में से एक मुंबई शहर है. समारोह भगवान गणेश को समर्पित है जो यहां के विशाल सिद्धिविनायक मंदिर, पर एक खास तरीके से मनाया जाता है. भक्तों की अनगिनत संख्या मंदिर में बप्पा के दर्शनों के लिए आती है. इसके अलावा, भगवान गणेश की करीब 10,000 मूर्तियां शहर में अलग-अलग स्थानों पर भक्तों को आशीष देंगी. 60 फुट ऊंची प्रतिमा और 5 हजार किलो का लड्डू बनेगा आकर्षण का केंद्र
गणेश चतुर्थी के मौके पर हैदराबाद में भी भारी उत्साह है. लोग इस त्योहार को धूम-धाम से मनाने के लिए तैयार हैं. वहीं यहां सबसे बड़ा अकर्षण का केंद्र बनी है 60 फुट ऊंची गणेश जी की प्रतिमा. गणेश जी की ये प्रतिमा देश की सबसे ऊंची गणेश मूर्ति. इस प्रतिमा को 3 महीने में करीब 200 कारीगरों ने मिलकर बनाया है. इतना ही यहां बप्पा की पूजा के बाद उनको 5 हजार किलो का लड्डू भी चढ़ाया जाएगा। इस लड्डू को बनाने में करीब 1 हजार किलो घी और 2 हजार किलो चीनी का इस्तेमाल किया गया है। मोदक से लगाएं मंगलकर्ता का भोगतो शुरू करें बनाना ले लीजिए पहले पूरी सामग्रीसामग्री : चावल का आटा-एक प्याला, तेल-एक छोटा चम्मच, चुटकी भर नमक, भरावन के लिए ताजा नारियल कद्दूकस किया हुआ-एक प्याला, गुड़ कद्दूकस किया हुआ-3/4 से एक प्याला, इलायची पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच, घी.यूं बनाएं : सवा प्याला पानी उबालने के लिए रख दें. इसमें तेल और नमक डालकर चलाएं. अब धीरे-धीरे चावल का आटा उबलते हुए पानी में डालकर अच्छी तरह मिलाएं. इसे ढककर 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें.भरावन के लिए : नारियल और गुड़ मिलाकर नॉनस्टिक कड़ाही में मंदी आंच पर रखें. धीरे-धीरे चलाते हुए इसे पकाकर गाढ़ा कर लें. इलायची पाउडर डालकर उतारें. इसे नींबू जितने आकर में बांटकर रख लें. अब पकाए हुए चावल के आटे को चिकने हाथों से खूब अच्छी तरह गूंथें और छोटी-छोटी लोइयां बना लें. Posted By: Ruchi D Sharma