ऑस्ट्रेलिया से हिसाब बराबर करने उतरेगी भारतीय टीम
एकबार फिर आमने- सामनेभारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी-20 क्रिकेट में अपना प्रभुत्व कायम करने की जबर्दस्त होड़ रही है. शुरुआत में भारत ने इसमें अपना डंका बजाया तो बाद में कंगारुओं ने टीम इंडिया को जीत के लिए तरसने पर मजबूर कर दिया. दोनों ही टीमों के बीच सात टी-20 मुकाबले हो चुके हैं जिसमें से भारतीय टीम ने तीन और ऑस्ट्रेलिया ने चार जीते हैं. इस बार की ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीयों के मुकाबले कमजोर नजर आ रही है. ऐसे में महेंद्र सिंह धौनी की सेना के पास रिकॉर्ड बराबर करने का शानदार मौका है.ऑस्ट्रेलिया देगी कड़ी टक्कर
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी-20 में पहली भिड़ंत दक्षिण अफ्रीका में खेले गए आइसीसी टी-20 विश्व कप में हुई थी, जिसमें भारत ने 188 रनों का स्कोर खड़ा कर आसान जीत हासिल की थी. 22 सितंबर, 2007 को हुए इस मैच में भारत की ओर से बनाया गया यह स्कोर दोनों टीमों के बीच हुए टी-20 मैचों का उच्चतम टीम स्कोर है. अगले माह ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई जिसमें उसने एक टी-20 मैच खेला और उसे पराजय झेलनी पड़ी. यह कंगारुओं का भारतीय सरजमीं पर खेला गया एकमात्र टी-20 मैच है. यानि भारतीय सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया का रिकॉर्ड शतप्रतिशत है.
अपनी-अपनी धरती पर पलड़ा भारीइसी तरह कंगारू भी अपनी धरती पर भारत पर भारी पड़े हैं. 2008 में ऑस्ट्रेलिया गई भारतीय टीम को वहां तगड़ा झटका लगा था. ऑस्ट्रेलिया दौरे के एकमात्र टी-20 मैच में गंभीर, सहवाग, कार्तिक, उथप्पा, रोहित और धौनी से सजी टीम इंडिया सिर्फ 74 रन पर ऑलआउट हो गई. इस मैच में इरफान पठान (26) के अलावा कोई भी भारतीय दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंचा था. माइकल क्लार्क की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 11.2 ओवर में एक विकेट खोकर ही जीत हासिल कर ली.टी-20 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की यह सबसे करारी हार है. बराबर का रहेगा मुकाबलाइसके बाद सात मई, 2010 को वेस्टइंडीज में हुए टी-20 विश्व कप मैच और 28 सितंबर 2012 को श्रीलंका में इसी टूर्नामेंट के मैच में भी भारत को पराजय का सामना करना पड़ा. फरवरी, 2012 में ऑस्ट्रेलिया गई भारतीय टीम ने दो टी-20 मैचों की सीरीज खेली थी जो 1-1 से ड्रॉ रही.