अमरीकी विदेश विभाग का कहना है कि देवयानी खोबरागड़े का अगर संयुक्त राष्ट्र स्थित भारतीय उच्चायोग में तबादला हो भी जाता है तब भी उन पर चल रहे आपराधिक मुकदमे में कोई बदलाव नहीं आएगा.


विदेश विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि कूटनीतिक इम्यूनिटी के स्तर में कोई भी बदलाव उसी दिन से लागू हो सकता है जिस दिन राजनयिक की नई पदवी को मंज़ूरी मिलती है.विदेश विभाग की प्रवक्ता मैरी हार्फ़ ने कहा है कि  देवयानी खोबरागड़े को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय स्थित दूतावास में तबादला किए जाने के बारे में उनके पास अभी कोई जानकारी नहीं आई है.भारत से इस तरह की ख़बरें आई हैं कि भारत सरकार ने उनका तबादला संयुक्त राष्ट्र स्थित उच्चायोग में कर दिया है जहां राजनयिक पूर्ण इम्यूनिटी के हक़दार होते हैं.लेकिन ये तबादला तभी हो सकता है जब अमरीकी विदेश विभाग इस बात की मंज़ूरी दे कि इस व्यक्ति से किसी तरह का सुरक्षा ख़तरा नहीं है.भारत सरकार ने मांग की है कि खोबरागड़े के ख़िलाफ़ आपराधिक मुकदमे को फ़ौरन वापस लिया जाए.अमरीका अड़ा


"यहां इस तरह के आरोपों को बेहद गंभीरता से लिया जाता है. हमारी कोशिश ये है कि माहौल को शांत किया जाए और जो क़ानूनी प्रक्रिया है उसे चलने दिया जाए."-मैरी हार्फ़, प्रवक्तालेकिन अमरीकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ने इसकी संभावना से फ़िलहाल पूरी तरह से इंकार किया है.

उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री जॉन केरी ने महिला राजनयिक की गिरफ्तारी के मामले पर खेद जताया है लेकिन जो ''आरोप लगे हैं उनसे कोई पीछे नहीं हट रहा.''न्यूयॉर्क वाणिज्य दूतावास में उप वाणिज्य दूत के पद पर कार्यरत देवयानी खोबरागड़े को वीज़ा नियमों में धोखाधड़ी और ग़लतबयानी के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.उनपर अपनी घरेलू सहायक को तय वेतन से काफ़ी कम मेहनताना देने के अलावा ग़लतबयानी करके उसके लिए वीज़ा हासिल करने का आरोप है.'माहौल शांत करने की कोशिश'मैरी हार्फ़ ने बताया कि घरेलू सहायक संगीता रिचर्ड के पति और बच्चे भी अब अमरीका में हैं.उनका कहना था कि पूरे परिवार को एक साथ ले आने का फ़ैसला अमरीका ने तब किया जब इस तरह की ख़बरें आने लगीं कि भारत में उन्हें धमकाया जा रहा है.प्रवक्ता का कहना था, ''यहां इस तरह के आरोपों को बेहद गंभीरता से लिया जाता है.''उनका कहना था कि संगीता रिचर्ड के ससुर दिल्ली स्थित किसी अमरीकी राजनयिक के लिए काम करते हैं लेकिन वो अमरीकी मुलाज़िम नहीं हैं.

इस बीच भारत ने ये कहा है कि राजनयिक के घर काम करने वाली घरेलू सहायक संगीता रिच्रर्ड के घर छोड़ देने की ख़बर न्यूयॉर्क पुलिस और फिर विदेश विभाग को जून में ही दी गई और फिर उन्हें इस बात की भी इत्तिला दी गई कि भारत में संगीता रिचर्ड और उनके पति के ख़िलाफ़ मुकदमा चल रहा है लेकिन विदेश विभाग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की.मैरी हार्फ़ ने इससे इंकार करते हुए कहा कि इस संबंध में अमरीकी विदेश विभाग लगातार वाशिंगटन, न्यूयॉर्क और दिल्ली से बात करता रहा है.विदेश विभाग की प्रवक्ता मैरी हार्फ़ का कहना है कि भारत और अमरीकी अधिकारी इस मामले पर लगातार बात कर रहे हैं.उनका कहना था, ''हमारी कोशिश ये है कि माहौल को शांत किया जाए और जो क़ानूनी प्रक्रिया है उसे चलने दिया जाए.''

Posted By: Subhesh Sharma