पाकिस्‍तान सरकार द्वारा फांसी पर लगी रोक हटाने और दो आतंकियों को फांसी दिए जाने के बाद से पाकिस्‍तान के आतं‍की संगठनों में खलबली मच गई है. इसी बीच आतंकियों ने पाक पीएम को चिठ्ठी लिखी है जिसमें आतंकियों की फांसी रोकने की बात कही गई है.


पाक पीएम को मिली आतंकी चिठ्ठीपाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को आतंकियों की तरफ से धमकी भरी चिठ्ठी मिली है. इस चिठ्ठी में पाक पीएम कको चेतावनी दी गई है कि वे तीन हजार आतंकियों को फांसी देने के आदेश को वापस ले लें और यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो इसके लिए उन्हें बुरे परिणाम भुगतने होंगे. गौरतलब है कि आतंकियों ने साफ लफ्जों में कहा है कि अगर आतंकियों की फांसी नही रोकी गई तो वे पाक पीएम नवाज शरीफ के परिवार वालों को मौत के घाट उतारेंगे. इसके साथ ही पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं और सैन्य अधिकारियों के बच्चों की भी जान लेंगे. पाकिस्तान सरकार कर रही जांच


पाकिस्तान सरकार ने इस आतंकी चिठ्ठी को गंभीरता से लिया है और चिठ्ठी की जांच में अधिकारियों को लगा दिया है. गौरतलब है कि यह चिठ्ठी मोहम्मद खरसानी के नाम से भेजी गई है जिसे टीटीपी यानी 'तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान' का एक मुख्य कमांडर माना जाता है. उल्लेखनीय है कि इस चिठ्ठी में आतंकियों ने पेशावर में बच्चों के कत्लेआम को जायज ठहराया है. यह चिठ्ठी कहती है कि बच्चों ने अपने पेरेंट्स को इस्लाम-विरोधी रास्ते पर चलने से नही रोका और बड़े होकर वे भी इस्लाम विरोधी रास्ते पर चलते.

लेकिन भारत का जिक्र नहीं
इस चिठ्ठी में भारत का कोई जिक्र नही किया गया है हालांकि कंधार हाईजैकिंग के बदले रिहा हुए आतंकी उमर शेख को दी गई फांसी की सजा पर चिंता जाहिर की गई है. गौरतलब है कि उमर शेख अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल का हत्यारा है. इसके साथ ही चिठ्ठी में कहा गया है, 'अगर हमारे किसी भी सहयोगी को नुकसान हुआ तो हम भरोसा दिलाते हैं कि सेना के जनरलों और नेताओं के घरों में बहुत शोक मनाया जाएगा.'

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Posted By: Prabha Punj Mishra