- राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज की ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स की चल रही सात बजे तक क्लास

- देर शाम तक क्लास चलने से घर जाने में होती है दिक्कत

GORAKHPUR: सर, मैं कुसम्ही बाजार से आती हूं, रोजाना करीब 40 किलोमीटर का सफर करना होता है। लेकिन देर शाम सात बजे जंगल से गुजरने में बहुत डर लगता है। मेरा एडमिशन इवनिंग बैच में हुआ है। इसके चलते मुझे घर पहुंचने में आठ बज जाते हैं। सर, प्लीज मेरा टाइम चेंज कर दीजिए। यह शिकायत राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाली मानसी जायसवाल की ही नहीं बल्कि यहां इवनिंग बैच में पढ़ने वाली सैकड़ों ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स की है।

मॉर्निग में क्लास की मांग

असुरन स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में को-एजुकेशन सिस्टम से पढ़ाई होती है। सुबह सात से दोपहर दो बजे तक कुल छह ब्रांच की क्लासेज चलती हैं। वहीं सेकेंड शिफ्ट दोपहर दो से शाम सात बजे तक चार ब्रांच की क्लासेज चलती हैं। दोपहर के सेकेंड शिफ्ट की क्लासेज में पढ़ने वाली ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स क्लासेज की टाइमिंग को लेकर परेशान हैं। छात्राएं आए दिन प्रिंसिपल से इस बात की शिकायत कर रही हैं कि उनके बैच मॉर्निग शिफ्ट में कर दिए जाएं। क्योंकि देर शाम छुट्टी होने से उन्हें काफी अनसेफ फील होता है।

देर शाम होती है दिक्कत

नाम ना पब्लिश करने की शर्त पर सिविल इंजीनियरिंग की एक छात्रा ने बताया कि वह खोराबार से डेली शाम के बैच में क्लास करने आती है। लेकिन वापसी में उसे काफी अनसेफ महसूस होता है। छात्रा का कहना है कि अगर प्रिंसिपल उसका बैच बदल देते तो उसकी ये दिक्कत दूर हो जाएगी। स्टूडेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए यह भी कहा है कि किसी भी संस्था में शाम सात बजे तक क्लासेज नहीं चलती हैं लेकिन यहां इस आदेश का पालन नहीं हो रहा है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

वहीं, राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज के अधिकारियों की मानें तो सेकेंड शिफ्ट की समस्या दोपहर दो से शाम सात बजे तक क्लास चलाने का आदेश आने के बाद आ रही है। वैसे पिछले साल छात्राओं की समस्या को गंभीरता से लेते हुए मैकेनिकल ऑटो और केमिकल इंजीनियरिंग के इवनिंग बैच को बंद कर दिया गया। लेकिन बाकी के सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल प्रोडक्शन इलेक्ट्रिकल और केमिकल इंजीनियरिंग के बैच अब भी जारी हैं।

मार्निग में चलती हैं ये क्लासेज

- सिविल इंजीनियरिंग

- मैकेनिकल ऑटो इंजीनियरिंग

- मैकेनिकल प्रोडक्शन

- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

- केमिकल इंजीनियरिंग

- प्लास्टिक एंड मोल्ड इंजीनियरिंग

- पेंट टेक्नोलॉजी

इवनिंग की क्लासेज

- सिविल इंजीनियरिंग

- मैकेनिकल ऑटो इंजीनियरिंग

- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

- केमिकल इंजीनियरिंग

वर्जन

सेकेंड शिफ्ट में एडमिशन लेने वाली ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स की लगातार शिकायत आ रही है कि उन्हें मार्निग शिफ्ट में कर दिया जाए। सारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन हैं। ऐसे में समस्या के तहत उनके कुछ सब्जेक्ट को मार्निग शिफ्ट में करा दिया जाएगा। उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।

- वीके राणा, प्रिंसिपल, राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज

Posted By: Inextlive