रेल किराये में बढ़ोतरी को लेकर मोदी सरकार से जुड़े हुए दल भी अब उनसे खफा होते नजर आते दिखाई पड़ रहे. बढे रेल किराये को लेकर शिवसेना ने भी मोदी सरकार का विरोध किया है.


बोझ डालना ठीक नहींरेल किराये में बढ़ोतरी के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. इस मुद्दे पर पहले विपक्ष के निशाने पर रही मोदी सरकार का अब सहयोगी शिवसेना ने भी विरोध किया है. इस बारे में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि शिवसेना के सांसद सरकार के इस फैसले का विरोध करेंगे. सरकार के इस फैसले पर उद्धव का कहना है कि इस तरह के फैसलों से लोगों पर बोझ डालना ठीक नहीं है. गरीब इतनी बढ़ोतरी नहीं झेल सकते हैं. सुविधाओं पर ध्यान लगाना चाहिए


शिवसेना चीफ ने कहा कि पार्टी के सांसद इस मुद्दे को देखेंगे ताकि बढ़े हुए किराया को वापस लिया जाए. उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में मुलाकात करेंगे और बढ़ा किराया अगर वापस नहीं होता है, तो उसे घटाने की अपील करेंगे. उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार ऐसी हालत में लोगों की जेब से पैसा क्यों निकालना चाहती है, जब उनकी जेब में कुछ बचा ही नहीं है. उनका सुझाव है कि पहले सरकार को रेलवे में बेहतर सुविधाएं देने पर अपना ध्यान लगाना चाहिए.प्रदर्शन जारी

20 जून को मोदी सरकार ने रेलवे के यात्री किराये और माल भाड़े में भारी बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था. मोदी सरकार ने यात्री किराये में 14.2 परसेंट और माल भाड़े में 6.5 परसेंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया गया. यह बढ़ा किराया 25 जून से प्रभावी होना है. गौरतलब है कि रेल किराये में बढ़ोतरी के फैसले के बाद से ही पूरे देश में एनडीए सरकार और पीएम मोदी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.

Posted By: Subhesh Sharma