भारतीय क्रिकेट टीम महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में रविवार की सुबह न्यूज़ीलैंड के दौरे पर रवाना हो गई. भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड में पांच एकदिवसीय और दो टेस्ट मैच खेलेगी.


भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड में पहले एकदिवसीय सिरीज़ खेलेगी जिसका पहला मैच 19 जनवरी को नेपियर में खेला जाएगा. इससे पहले शनिवार की शाम को मुंबई में भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खेल पत्रकारों को अपने ही अंदाज़ में जवाब दिए.पहले तो उन्होंने भारतीय टीम के विदेशो में किए गए प्रदर्शन को सराहा. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हम दक्षिण अफ़्रीका से टेस्ट और एकदिवसीय सिरीज़ हारे. उससे पहले इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में हमारी टीम ने अच्छा खेल नहीं दिखाया था. इसके अलावा हम जहां भी खेले अच्छा खेले.धोनी ने यह भी कहा कि टीम इंडिया ने वेस्ट इंडीज़, न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में शानदार खेल दिखाया है.


महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, "घर में शेर, बाहर ढेर यह एक टैग लाइन है जिसे अक्सर हमारे साथ जोड़ दिया जाता है जो बोलने में भी अच्छा लगता है, लेकिन एक टीम के रूप में हम अच्छा करना चाहते हैं. दक्षिण अफ़्रीका में भी हमने अच्छा खेल दिखाया हालांकि हम दूसरा टेस्ट मैच हार गए. हमने मैच में दो ढाई घंटे का एक कुछ ज़्यादा ही खराब सत्र खेला जिसकी वजह से हार की स्थिति आई.'''विदेश में अच्छा खेले'

उल्लेखनीय है कि भारत अपने इंग्लैंड दौरे पर चारों टेस्ट मैच हार गया था और उसका यही हाल ऑस्ट्रेलिया में भी हुआ था.महेंद्र सिंह धोनी ने यह भी कहा कि  विदेशी दौरों पर तकनीक की चर्चा अधिक होती है जो बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में दोनों में ज़रूरी भी है.उन्होंने कहा, "हमारे बल्लेबाज़ों ने दक्षिण अफ्रीका में ख़ासकर टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया और अच्छे तेज़ गेंदबाज़ों का सामना किया. यह ज़रूरी है कि हम अपने ही क़िले यानी घरेलू सिरीज़ में ज़रूर जीतें. इसी के साथ विदेशों में जीतने की कोशिश करनी चाहिए."धोनी के मुताबिक  अगला विश्व कप न्यज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में होने वाला है ऐसे में न्यूज़ीलैंड के मैदानों की स्थिति और बनावट का अनुभव टीम को मिलेगा उसका फ़ायदा आने वाले विश्व कप में होगा.इसके अलावा धोनी ने बीसीसीआई के इस निर्णय का भी बचाव किया जिसमें उसने घरेलू क्रिकेट के रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाईनल मुक़ाबले खेलने की अनुमति उन खिलाड़ियों को नहीं दी जो न्यूज़ीलैंड दौरे पर जा रहे थे.

धोनी ने कहा, "दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सिरीज़ के बाद केवल दस दिन के आराम का अवसर मिला. शारीरिक थकान को आप दूर कर सकते हैं लेकिन कई बार मानसिक तौर पर ताज़गी ज़रूरी होती है. मुझे लगता है कि यह एक अच्छा क़दम था जिससे इस खाली समय में खिलाड़ियों को न्यूज़ीलैंड दौरे के लिए अपने आपको तैयार करने का अवसर मिला.''अब देखना है कि यह आराम और कप्तान धोनी का भरोसा न्यूज़ीलैंड दौरे पर क्या रंग लाता है?

Posted By: Subhesh Sharma