कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अब तक का अपना सबसे आक्रामक भाषण देते हुए कहा है कि कांग्रेस लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आम लोगों के हाथ में ताकत दी है.


दिल्ली में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछा, "मुझे कांग्रेस का एक कदम बताएँ जो जनहित के लिए न रहा हो - अंग्रेज़ों से आज़ादी पाने से लेकर...."उन्होंने कहा, "आज मीडिया क़ानून बना रहा है, न्यायपालिका क़ानून बना रही है लेकिन जिन्हें क़ानून बनाने के लिए जनता ने चुना है वे इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हैं. उन्हें इस प्रक्रिया में वापस लाना होगा."राहुल ने कहा, "आरटीआई का कानून हमने दिया है. किसी ने नहीं कहा, किसी ने हम पर दबाव नहीं डाला. कांग्रेस पार्टी ने खुद यह पहल की. हमने सोचा कि देश को सरकार के बारे में जानना चाहिए."हमने लोकपाल दियाकांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि आज राजनीति की पैकेजिंग और सेल्स का ज़माना है. आज कोई भी समझौता नहीं करना चाहता है, लोग भागीदारी चाहते हैं और वे सही हैं.


उन्होंने कहा, "हम शिकायतें नहीं करते, हम ये भी बताते हैं कि उनके बारे में क्या किया जाना है.इससे पहले अपना भाषण शुरू करने से पहले ही सोनिया गाँधी ने साफ़ कर दिया था कि राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार न बनाए जाने का कांग्रेस कार्य समिति का फ़ैसला अंतिम है.

सोनिया जब अपना भाषण देने के लिए मंच पर आईं तब पार्टी कार्यकर्ता राहुल गाँधी के नाम के नारे लगा रहे थे इसलिए अपना भाषण शुरू करने से पहले ही सोनिया गाँधी ने ज़ोर देकर कहा कि राहुल के बारे में लिया गया फ़ैसला अंतिम है.उन्होंने कहा, "वह कांग्रेस के मूलभूत सिद्धांतों और मूल्यों पर ज़ोर दे रहे हैं और हमें यकीन है कि इस तरह हम ज़रूर सफ़लता की नई ऊंचाइयों को छुएंगे. मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि 2014 के चुनाव प्रचार में में हम पूरी सफ़लता प्राप्त करेंगे."इससे पहले राज्य सभा सदस्य और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने कांग्रेस अध्यक्ष से कहा, "आम हमें राहुल दें, हम आपको भारत देंगे."उन्होंने कहा, "अगला चुनाव महात्मा गांधी और नाथुराम गोडसे की विचारधारा के बीच है. हमारे पास नेतृत्व है और कांग्रेस को इसका ऐलान करना चाहिए."

Posted By: Subhesh Sharma