एक डेटा एनालिसिस के मुताबिक दुनिया भर में 14 करोड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर हैं. इंडिया में भी करीब 1 करोड़ 65 हजार लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं. और इन 14 करोड़ में से एक करोड़ फेसबुक यूजर फेक यूजर्स हैं.


क्या आप फेसबुक के जरिए किसी चैरिटी में  पार्टीसिपेट करते है. क्या आप फेसबुक पर ऑनलाइन सर्वे इंटरेस्टेड रहते हैं? क्या आप फेसबुक पर अननोन फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेते हैं? अगर जवाब हां में है तो तो हो जाइए सावधान. यह खतरे से खाली नही है.  फेसबुक पर आपकी जरा सी लापरवाही आपके लिये प्राबलम्स क्रियेट कर सकती है. आप ठगी के शिकार हो सकते हैं. एक सर्वे मे बताया गया है कि फेसबुक पर एक करोड़ ठग घात लगाकर बैठे हैं.


एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन सर्वे और चैरिटी को जरिया बनाकर कई चीटर्स जबरदस्त कमाई कर रहे हैं. आईटी सिक्योरिटी एंड डाटा प्रोटेक्शन फर्म सोफोस की एक रिपोर्ट की मानें तो लोग कई फेसबुक एप्लीकेशन्स का शिकार भी हो जाते हैं. ये एप्लीकेशन्स इस चीटिंग के लिये ही बनाई जाती हैं. ऐसी ही एक अप्लीकेशन है- हू ब्लॉक्ड यू फ्रॉम हिज फ्रेंड लिस्ट.फेसबुक पर चीटिंग और भी कई तरीकों से की जाती है. कई बार ऑनलाइन सर्वे के जरिए भी लोग ठगी के शिकार बन जाते हैं. सर्वे में हिस्सा लेने के लिए फेसबुक यूजर्स से पैसों की मांग की जाती है जबकि सर्वे भी फर्जी होता है और सर्वे कराने वाली कंपनी का अकाउंट भी फेक होता है.


जापान की सुनामी में कर ली कमाई कुछ महीनों पहले ही प्रिंस हैरी के नाम पर एक चीटर ने फेसबुक फ्रेंडशिप के जरिये कई लोगों को लाखों डॉलर का चूना लगा दिया. इसमें ज्यादातर महिलाएं थीं.  हुआ यह कि ठग ने ब्रिटिश राजघराने के प्रिंस हैरी के नाम पर पहले तो फर्जी प्रोफाइल तैयार की फिर प्रिंसेस डायना के नाम पर एक चैरिटी आर्गनाइजेशन बनाया. इसके बाद उसने नाइजीरिया में फर्जी बैंक अकाउन्ट्स खोले.  इन्हीं खातों में उसने अपने फेसबुक फ्रेण्डस से पैसे जमा करने की अपील की. कई लोगों ने इसमे अपने पैसे गवां दिये. क्या कहता है साइबर ला साइबर ला के मुताबिक इंटरनेट पर फेक आईडी बनाना एक क्राइम है. इण्डिया में साइबर क्राइम से निपटने के लिए बने आईटी एक्ट-2000 की धारा 79 के तहत ऐसा करने वाले को गलत जानकारी देने का दोषी माना जाएगा. उस पर आईपीसी की धारा 460 व 419 के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है और दोषी पाए जाने पर सजा भी हो सकती है।सेलीब्रेटीज भी हैं परेशान

आईटी सिक्योरिटी एंड डाटा प्रोटेक्शन फर्म, सोफोस के मुताबिक इतने सारे यूजर्स में से केवल 73 हजार यूजर्स ही सारे सेक्योरिटी रूल्स को फालो करते हैं. केवल करीब 10 लाख लोग स्कैम फ्री वेब इस्तेमाल करते हैं. बाकी लोगों ने तो बस अपने अकाउंट को भगवान के भरोसे ही छोड़ रखा है और वे कभी भी चीट किये जा सकते हैं. फेसबुक पर हर मिनट 98 हजार 604 नई फ्रेंडशिप्स हो रही हैं. मतलब यह कि हर मिनट 98 हजार से ज्यादा लोग किसी न किसी से दोस्ती बना रहे हैं पर जरा सोचिये कि इतन जल्दबाजी में यह कैसे पता किया जायेगा कि कौन सही है और कौन गलत. 5 I-Next tips for safe surfing 1. फेसबुक प्रोफाइल में आप कभी भी पूरी डेट आप बर्थ न लिखें क्योंकि फेसबुक की मदद से डेट ऑफ बर्थ के जरिए हैकर्स आपका बैंक अकाउंट नंबर और क्रेडिट कार्ड नंबर पता कर सकते हैं. 2. अगर आपने फेसबुक पर किसी भी सर्वे में पार्टीसिपेट न करें. 3. अपना मोबाइल नंबर फेसबुक पर शेयर न करें. 4. अननोन फ्रेण्डरिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें. 5. नो चैरिटी आन फेसबुक का मंत्र याद रखें

Posted By: Divyanshu Bhard